देहरादून: अब कल को यह कहावत बन जाए, ‘ठसक हो तो IAS दीपक रावत जैसी’ तो ताज्जुब न करिए साहब! तैयारी ऐसी ही हो रही है। बंपर तबादले हुए छह दिन बीत गए सोमवार को सातवां दिन है लेकिन IAS दीपक रावत अभी भी हरिद्वार में बतौर कुंभ मेलाधिकारी क़ाबिज़ हैं। इधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इंतजार कर रहे कि ऊर्जा निगम और पिटकुल में दीपक रावत प्रबंध निदेशक यानी MD का पदभार संभालकर, जिस विभाग से दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल सत्ता की सीढ़ी खोज ले रहे, वहां अपने करिश्माई कामकाज की ऐसी छाप छोड़ें कि जहां ऊर्जा मंत्री 100 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा कर रहे, वहां मुख्यमंत्री उससे कहीं आगे की लकीर खींच पाएं। लेकिन अब IAS दीपक रावत ठहरे IAS दीपक रावत, नहीं जम रहा तो नहीं ज्वाइन करेंगे ऊर्जा निगम! फिर चाहे कार्मिक विभाग से चिट्ठी ही क्यों न जारी करा दी हो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कि सिफ़ारिश का रसूख़ न दिखाए कोई IAS.।
खैर, अब रास्ता निकल गया है, ऐसा सूत्रों ने खुलासा किया है। ऊर्जा मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कहा है कि ऊर्जा विभाग अपने निगमों में वैसे भी इंटरव्यू कराकर उसी फील्ड में एक्सपर्टीज रखने वाले MD हायर करने जा रहा है। ऊर्जा निगम में एमडी के लिए 27 जुलाई तक आवेदन माँगे हैं और उसके बाद जल्द इंटरव्यू कराकर पॉवर सेक्टर की विशेषज्ञता वाले MD नियुक्त किए जाएंगे। तब तक ऊर्जा विभाग अपने निगमों से वरिष्ठता के आधार पर MD नियुक्त करने की तैयारी में हैं लिहाजा IAS दीपक रावत की वर्तमान तैनाती बदलकर कहीं और नई पोस्टिंग दे दी जाए।
अब ऊर्जा मंत्री डॉ हरक सिंह रावत की चाहत से ही सही अगर बुरे फंसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मौजूदा संकट से निकलने में मदद मिल रही तो वे भी क्यों चूकना चाहेंगे! पक्के वाले सूत्रों ने खुलासा किया है कि दीपक रावत को ऊर्जा के दोनों निगमों से हटाकर किसे जिले में डीएम (यही दीपक रावत की चाहत ठहरी) बनाकर भेज दिया जाए। अब इसका पटाक्षेप IAS दीपक रावत की ऊर्जा में फ़ौरी तौर पर एमडी पद पर ज्वाइनिंग कराकर एकाध दिन बाद किया जाता है या सीधे नवीन तैनाती के आदेश आते हैं, इसका खुलासा सोमवार को हो जाएगा।