रिपोर्ट- पवन लालचंद
ठीक सल्ट चुनाव प्रचार के बीच एक जमाने में अपने सियासी हनुमान रहे रंजीत रावत के ज़ुबानी हमलों से आहत हरदा का दर्द अब छलक गया है. सोशल मीडिया में एक बड़ी पोस्ट लिखकर हरदा ने इशारों-इशारों में आलोचकों पर जवाबी हमला करते हुए ‘अपनों’ से संयम बरतने की अपील की है. हरदा ने कहा है कि राजनीति में राजनीति में जब हम अमृतपान को उत्सुक रहते हैं तो विषपान भी हमें ही करना चाहिये. हरदा ने आगे लिखा है कि लोगों ने मेरी बहुत प्रशंसा की है लेकिन अगर कुछ अपने परिवार या बाहर के लोगों को मुझमें में अवगुण नजर आते हैं तो मैं उनके आलोचना के अधिकार का सम्मान करता हूं.
आगे हरदा ने कहा कि कुछ मित्रों ने मुझे ‘पंचिंग बॉक्स’ बना रखा है और जिसे कोई बात पसंद न आये वो पंच मारने लगता है. कुछ लोग अचानक मुझे पंचिंग बॉक्स बनाकर पंच मारने में आनंद ले रहे( ये वाला हमला शर्तिया हरदा अपने सियासी हनुमान रहे रंजीत रावत के लिये कर रहे हैं) जबकि कुछ लोग पंचिंग होते देखकर आनंदित (अब ऐसा कहते हरदा पार्टी में अपने परम मित्रों इंदिरा-प्रीतम को तो याद नहीं कर रहे!) हो रहे हैं.
हरदा ने सल्ट उपचुनाव परिणाम के बाद हार में भी जीत में भी संयम बनाकर रखने की नसीहत दी है.या यूँ कह लीजिए कि हरदा अपने समर्थकों को 2022 की बैटल तक संयम मंत्र कंठस्थ रखने की नसीहत दे रहे हैं. खैर, अब दो मई के बाद ही पता चलेगा कि कांग्रेस में पंचिंग बॉक्स कौन किसे बनाएगा