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दो साल पहले त्रिवेंद्र के बोए कांटे निकालने में धामी को लगे 69 दिन, CM ने तीर्थ पुरोहितों से कहा- किस मंत्री ने क्या कहा उसे भूलकर मेरे कहे पर विश्वास रखें, बैठक में मंत्री अरविंद पांडे ने यह कहकर टीएसआर राज के फैसले पर उठाए गंभीर सवाल

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देहरादून: चुनावी गियर में आ चुकी बीजेपी अब जल्दी-जल्दी रास्ते के वो तमाम काँटे बुहार लेना चाह रही जो बाइस बैटल में उसके गले की फाँस बनते दिख रहे। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दो साल पहले चारधाम देवस्थानम बोर्ड के ज़रिए टीएसआर राज में बोए काँटे को निकालने में काफी हद तक कामयाबी हासिल कर ली है। पिछले 22 महीनों से चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों और हकहकूकधारियों के विरोध-प्रदर्शन से बीजेपी सरकार की जमकर छिछालेदर हो रही थी और कांग्रेस ने सत्ता में लौटते ही पहली कैबिनेट में देवस्थानम बोर्ड भंग करने का ऐलान कर उसकी पेशानी पर और बल डाल दिया था। केदारनाथ से लेकर बदरीनाथ और दूसरे धामों पर रोज मोदी सरकार से लेकर धामी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी हो रही थी। आलम यह था कि केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय दौरा टाल कर सीएम धामी ने ड्रोन उड़ाकर ही केदारधाम में चल रहे कार्यों की समीक्षा कर ली थी। लेकिन धामी ने वरिष्ठतम बीजेपी नेता और तीर्थ-पुरोहित तबके से आने वाले मनोहरकांत ध्यानी की अगुआई मेँ हाई पॉवर्ड कमेटी का ऐलान कर हालात संभालने की कसरत तेज की।

नतीजा यह रहा कि शनिवार तो मुख्यमंत्री आवास पर चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधिमंडल ने पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे और गणेश जोशी के साथ डेढ़ घंटे चली बैठक में दोनों पक्षों के बीच रास्ता निकल गया। जब मुख्यमंत्री धामी ने तीर्थ पुरोहितों से कहा कि किस मंत्री ने कब क्या बोला (इशारा मंत्री सतपाल महाराज की ओर) उसे भूलकर उनके कहे पर विश्वास करें और हाई पॉवर कमेटी में चारों धामों के दो-दो नुमाइंदे भी रहेंगे। धामी ने कहा कि कमेटी में अपनी बात रखिए और रिपोर्ट आने पर सरकार फैसला आपकी भावनाओं के अनुरूप ही लेगी। सीएम धामी से ठोस आश्वासन और सकारात्मक संकेत पाकर अरसे से संघर्ष कर रहे तीर्थ पुरोहित ‘बम-बम’ हो गए और 30 अक्तूबर तक अपना धरना-प्रदर्शन आंदोलन स्थगित करने का ऐलान कर दिया।
The News Adda से वार्ता में गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बहुत सकारात्मक माहौल में उन पर विश्वास करने को कहते हुए तीर्थ पुरोहितों का किसी भी तरह से अहित न होने का ठोस आश्वासन दिया है। सुरेश सेमवाल ने कहा कि बैठक में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे और गणेश जोशी ने भी सरकार पर यकीन करते हुए हाई पॉवर्ड कमेटी में शामिल होने और उसकी रिपोर्ट पर सरकार के फैसले तक इंतजार करने को कहा। सेमवाल ने कहा कि बैठक में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि उस वक्त( टीएसआर सरकार में देवस्थानम बोर्ड बनते) बहुत गलत हुआ और अब सरकार आपकी माँगों और भावनाओं के अनुरूप ही कोई निर्णय लेगी।

बैठक के बाद गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं चारधाम महापंचायत समिति के संयोजक सुरेश सेमवाल ने कहा कि सौभाग्य है कि ऊर्जावान मुख्यमंत्री ने हमें आज आमंत्रित किया था। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट बात कही कि जो हाई पॉवर कमेटी बनाई गई है, उसमें आपकी ओर से आठ लोगों को मेंबर बनाया जाएगा। जो रिपोर्ट होगी, उसके आधार पर आगे उचित समाधान निकाला जाएगा। चारधाम महापंचायत समिति द्वारा मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया गया है कि हमारा जो भी धरना प्रदर्शन एवं आन्दोलन है, हम इसे स्थगित करते हैं। 30 अक्टूबर 2021 तक हम इसे स्थगित रखेंगे। सभी विषयों को गंभीरता से लेने वाले मुख्यमंत्री हमें मिले हैं, उसके लिए उनका धन्यवाद भी व्यक्त किया।


चारधाम महापंचायत सदस्य उमेश सती ने कहा कि मुख्यमंत्री से आज सकारात्मक बातचीत हुई है। हमें पूरी उम्मीद है कि इस बातचीत से जल्द से जल्द उचित निष्कर्ष तक पहुंचेगे। मामले का उचित हल निकलने की पूरी आशा है। हम चारों धामों के लोगों ने निर्णय लिया है कि 30 अक्टूबर 2021 तक हम अपना आन्दोलन स्थगित रखेंगे। उसके बाद जैसा आउटकम सरकार की तरफ से आएगा, आगे की रणनीति उसके बाद तय करेंगे।


इस दौरान कैबिनेट मंत्री अरविंद पाण्डेय, गणेश जोशी, सचिव शैलेश बगोली, सीईओ देवस्थानम् बोर्ड रविनाथ रमन, सचिव एच.सी. सेमवाल, एसीईओ देवस्थानम् बोर्ड बी.डी. सिंह और चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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