- यूपी, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड सहित दर्जनभर राज्यों में युवाओं के प्रचंड विरोध के बाद मोदी सरकार बैकफुट पर
Questions on Modi Govt Agnipath Scheme after protests erupt in many States: केन्द्र की मोदी सरकार ने मंगलवार को सेना में 4 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का ऐलान किया था। अग्निपथ योजना के तहत सालाना 45 हजार से 50 हजार युवाओं को कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती करना था और 4 साल बाद सिर्फ 25 फीसदी जवान ही अगले 15 साल के लिए परमानेन्ट होंगे। लेकिन इस योजना के ऐलान के बाद बिहार, यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा सहित दर्जनभर राज्यों में भारी विरोध शुरू हो गया है। युवा सड़कों और रेल मार्गों को जाम कर रहे हैं, कई जगह रेलें फूँक दी गई और भाजपा दफ़्तरों पर भी हमले की खबरें आ रही हैं। एनडीए का सहयोगी दल जेडीयू अग्निपथ योजना पर तुरंत पुनर्विचार की मांग कर चुका है। हरियाणा के रोहतक में सेना भर्ती का फ़िज़िकल और मेडिकल टेस्ट पास कर लिखित परीक्षा की दो साल से तैयारी कर रहे युवा ने अग्निपथ योजना के विरोध में आत्महत्या कर ली है।
सड़कों पर उमड़ते युवाओं के सैलाब, पत्थरबाज़ी, ट्रेन कोचों में आगज़नी और भाजपा नेताओं और दफ़्तरों पर हमले के एक दिन बाद मोदी सरकार बैकफुट पर आती दिख रही है। रक्षा मंत्रालय ने अब कहा है कि उन युवाओं को भी भर्ती होने का मौका दिया जाएगा जिनकी आयु 2020 में 21 वर्ष हो गई थी। इसका मतलब है कि एक साल के लिए कोरोना की वजह से दो साल खराब होने के मद्देनज़र 21 वर्ष की बजाय 23 वर्ष तक के युवा अग्निपथ योजना के जरिए भर्ती में हिस्सा ले पाएंगे। पहले अग्निपथ योजना के तहत साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक के युवाओं को ही भर्ती योग्य माना गया था।
बिहार जहां भाजपा- जेडीयू यानी एनडीए सरकार है वहाँ सबसे प्रचंड प्रोटेस्ट देखने को मिला है, जहां ट्रेन बोगी जलाने सहित कई हिंसक घटनाएँ हुई हैं। दरकार उग्र प्रदर्शन यूपी, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू और दिल्ली के एक रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला। जबकि उत्तराखंड के पिथौरागढ़, देहरादून और झारखंड की राजधानी राँची में युवाओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया।
राजनीतिक मोर्चे पर भाजपा के सहयोगी जेडीयू ने विरेचक प्रदर्शनों के बाज़ तत्काल अग्निपथ योजना की समीक्षा की मांग कर डाली है। जबकि कांग्रेस से लेकर समाजवादी पार्टी और बसपा सहित कई दलों ने इसका विरोध किया है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए आंदोलन का ऐलान कर दिया है।
राकेश टिकैत ने कहा है कि अग्निपथ योजना किसानों के बच्चों के लिए कतई ठीक नहीं है और इसके बाद किसान पुत्र आत्महत्याएँ करेंगे। टिकैत ने कहा कि किसान पथ और अग्नि पथ एक हैं और देशभर के किसान-नौजवान एक साथ आकर संघर्ष करेंगे। टिकैत ने कहा कि किसानों के बच्चे ट्रैक्टर लेकर संघर्ष के लिए आगे आएंगे। उन्होंने कहा कि चार साल अग्निपथ पर चलकर अग्नि वीर बने बच्चे इसके बाद में कहां जाएंगे।