देहरादून: उत्तराखंड में 2022 की चुनावी जंग दोबारा जीतने को आतुर भाजपा हाई वोल्टेज कैंपेन अभियान छेड़ चुकी है। अक्तूबर से लेकर 4 दिसंबर की रैली तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन बार उत्तराखंड दौरे पर आ चुके हैं, 30 दिसंबर को हल्द्वानी में फिर कुमाऊं कुरुक्षेत्र फतह करने को मोदी मोर्चा संभालने आ रहे हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह घस्यारी योजना लॉन्च करने देहरादून आए तो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 18 दिसंबर को हरिद्वार पहुंचकर विजय संकल्प यात्रा का शुभारंभ कर चुनाव प्रचार के लिए यात्रा रथ रवाना कर गए हैं। भाजपा विजय संकल्प यात्रा के रथ 70 की 70 विधानसभा सीटों तक पहुँचेंगे और हर सीट पर पार्टी की एक बड़ी जनसभा करेगी जिसमें दिग्गज नेता शिरकत करेंगे।
The News ADDA से बातचीत में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि 70 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के 70 केंद्रीय व वरिष्ठ नेताओं की जनसभाएं आयोजित होंगी। कौशिक ने कहा कि संगठन के दिग्गजों के अलावा केन्द्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री व दूसरे प्रभावशाली नेताओं को देवभूमि दंगल में उतारा जाएगा।
मोदी मैजिक से सूबे में बनेगी हवा, 70 सीटों में केन्द्रीय मंत्री-वरिष्ठ नेता उतरकर बनाएंगे माहौल
पांच साल सत्ता में रहने के बाद भाजपा को पिछले चार विधानसभा चुनाव नतीजों की वह तस्वीर डरा रही जिसके तहत 2002 से लेकर 2017 तक हर बार चुनाव में जनता ने सत्तापक्ष को झटका देते हुए विपक्ष को वोट दिए। कहने को भाजपा ने 2014 से चुनाव दर चुनाव सूबे में चले आ रहे मोदी मैजिक के सहारे 60 प्लस का टारगेट तय किया है लेकिन पार्टी थिंकटैंक किसी भी तरह 36 का टारगेट हासिल करने की रणनीति पर है। दरअसल पार्टी रणनीतिकारों के पास फीडबैक है कि पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने के बाद त्रिवेंद्र राज की नकारात्मक तो खत्म हुई है और युवा सीएम युवा प्रदेश का नारा भी जगह बना रहा लेकिन स्थानीय स्तर पर भाजपा विधायकों के खिलाफ बनी एंटी इंकमबेंसी डरा रही है। कांग्रेस का सारा दारोमदार इसी स्थानीय स्तर पर जनता में विधायकों के प्रति बनते अंडर करंट का सियासी फायदा उठाने पर है तो भाजपा इसकी काट में फेल दिख रहे विधायकों के टिकट काटने से लेकर केन्द्रीय मंत्रियों और नेताओं को झोंककर हाई वोल्टेज कैपेन के सहारे माहौल बदलने की तैयारी में है।
आज रविवार को केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बागेश्वर से कुमाऊं मंडल की विजय संकल्प यात्रा का आगाज किया। इस दौरान सीएम धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी उनके साथ रहे। इसी तर्ज पर गढ़वाल की 41 और कुमाऊं की 29 सीटों तक पहुँचने की चुनावी रणनीति है। प्रधानमंत्री मोदी की 24 दिसंबर को प्रस्तावित हल्द्वानी रैली खिसक गई है जिसे अब 30 दिसंबर को कराने की तैयारी है।
पार्टी जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चुनावी रैलियां कराएगी, वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की लगातार कैंपेन मोर्चे पर देवभूमि में दौरे करेंगे। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को भी यूपी चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के बावजूद उत्तराखंड के दंगल में लाने की तैयारी है। पौड़ी मूल के योगी आदित्यनाथ की हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर जिलों के अलावा देहरादून और पौड़ी सहित कई जिलों में भारी डिमांड रहती है। 2017 में भी योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड में चुनाव प्रचार करने आए थे। अब भाजपा जिस तरह से हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद को धार देने की तैयारी में है उस लिहाज से योगी जैसे चेहरों की डिमांड और बढ़ सकती है।