कपकोट के नौजवान कमलेश के कदम से व्यथित हरदा ने क्यों कहा “हम सबका सर झुका दिया”,ये एक चेतावनी

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Kamlesh Goswami Suicide and unanswered questions: अग्निवीर सेना भर्ती की लिखित परीक्षा में नाकाम रहने पर बागेश्वर जिले के कपकोट के ग्राम मल्लादेश निवासी नौजवान कमलेश गोस्वामी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली जिसके बाद सोशल मीडिया में कमलेश का सुसाइड से पहले बनाया वीडियो वायरल हो रहा है। सेना में भर्ती होने को लालायित नौजवान कमलेश के कदम ने लोगों को गहरा सदमा दे दिया है। कमलेश के सुसाइड के लिए सरकारी तंत्र की नीतियों को कोसा जा रहा है तो नौकरी न मिलने की निराशा और हताशा में उठाए कदम को भी लोग स्वीकार नहीं कर रहे हैं।

कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास ने परिवार से फोन पर बात कर सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा परिवार को दिया है। अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी नौजवान कमलेश गोस्वामी के सुसाइड को लेकर गहरा दुख जताते हुए अग्निवीर भर्ती योजना और राज्य में रिक्त पड़े सरकारी पदों को लेकर बड़ी बात कही हैं।

हरदा ने कहा है कि जब आकांक्षा दम तोड़ देती है और व्यक्ति को योग्यता का मूल्य भी नही मिल पाता तब ऐसा वंचित व्यक्ति वह राह पकड़ सकता है जो रास्ता उसे नहीं अपनाना चाहिए। कपकोट के नौजवान कमलेश गोस्वामी ने हताशा में वही कदम उठा दिया। हरीश रावत ने कहा कि हताशा में उठे नौजवान कमलेश के कदम ने हम सबका सर झुका दिया है। रावत ने कहा कि अब तक कमलेश दूसरा नौजवान है जिसने अग्निवीर के तौर पर भर्ती न हो पाने पर आत्महत्या की है।

रावत ने केंद्र पर हमला बोलते कहा है कि वैसे तो अग्निवीर वास्तव में एक छल है लेकिन नौजवान इस छल की छड़ी के सहारे जीवन की लड़ाई लड़ने को खड़ा होना चाहता है,सेना में भर्ती होना चाहता है।

हरीश रावत ने कहा है कि कमलेश गोस्वामी की आत्महत्या हम सब राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए एक चेतावनी है। हमारा प्रयास हो की कमलेश की आत्महत्या नौजवानों के हित में बलिदान साबित हो और हम सरकार के ऊपर दबाव डाल सकें के देश प्रदेश में रिक्त पड़े सरकारी पदों को जल्दी से जल्दी भरा जाए।

यहां पढ़िए हुबहू हरदा ने क्या कहा

जब आकांक्षा दम तोड़ देती है। जब व्यक्ति को लगता है कि मेरे परिश्रम, मेरी योग्यता का मूल्य पाने से मुझे वंचित किया जा रहा है, मेरा हक मुझे नहीं मिल पा रहा है तो व्यक्ति वह रास्ता अपना सकता है, जो उसे नहीं अपनाना चाहिए। कपकोट का नौजवान कमलेश गोस्वामी ने हताशा में एक ऐसा कदम उठा दिया। जिसने हम सबका सर झुका दिया। कमलेश अग्निवीर के रूप में भर्ती न हो पाने से निराश होकर आत्महत्या करने वाला दूसरा नौजवान है। सेना में भर्ती होना उत्तराखंड के हजारों नौजवानों का एक जुनून है। यहां तक कि अग्निवीर ही सही जो वास्तव में एक छल है नौजवानों के साथ। मगर नौजवान उस छल की छड़ी को पकड़कर भी जीवन की लड़ाई लड़ने के लिए खड़ा होना चाहता है, सेना में भर्ती होना चाहता है। कमलेश तुमने जो रास्ता अपनाया उसका बहुत दु:ख है। काश तुम निराशा में ऐसा कदम उठाने की बजाय अपने मां-बाप, भाइयों की तरफ देखते। जब आप परिश्रम करके एनसीसी का सी सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हो, खेल में नंबर वन स्थान प्राप्त कर सकते हो तो आप दूसरे रास्ते में भी अपने जीवन को ढाल सकते थे, अपने परिवार और समाज का सहारा बन सकते थे! कमलेश की आत्महत्या हम सब सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए और सरकारों के लिए एक चेतावनी है। कमलेश हमारा प्रयास रहेगा कि तुम्हारी आत्महत्या बेरोजगार नौजवानों के हित में एक बलिदान साबित हो सके। हम सरकार के ऊपर दबाव डाल सकें कि देश भर में और प्रदेश में रिक्त पड़े हुए पदों को जल्दी भरें ताकि और कोई कमलेश ऐसा रास्ता अपनाने को बाध्य न हो। मैं, कमलेश के माता-पिता से कपकोट मिलने उनके गांव जाऊंगा, उनके टूटे हुए मन को सांत्वना के कुछ शब्द कहकर अपने कर्तव्य को पूरा करूंगा।
भगवान, कमलेश की आत्मा को शांति एवं उनके परिजनों को इस असहनीय दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
।।ॐ शांति।।

India #uttarakhand

Narendra Modi Pushkar Singh Dhami

हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखंड


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