
Dehradun News: देहरादून में संविधान बचाओ रैली में भीड़ का जमावड़ा कर उत्तराखंड कांग्रेस 2027 के चुनावी अभियान का श्रीगणेश कर दिया है। पार्टी नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। साथ ही कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार को भी आड़े हाथों लिया।

देहरादून स्थित रेंजर्स मैदान में आयोजित संविधान बचाओ रैली में प्रदेश के तमाम नेताओं की मौजूदगी के अलावा पार्टी के केंद्रीय नेताओं में राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी शामिल थे। सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार ने सोच-समझकर नीतिगत तरीके से संविधानिक संस्थाओं को खोखला करने का काम किया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस लगातार पिछले आठ साल से प्रदेश में अवैध खनन का आरोप लगा रही है जिसे अब भाजपा के वरिष्ठ नेता भी स्वीकार रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है।

रैली मंच पर सचिन पायलट ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तरफ़ से भेजी गई संविधान की प्रतियां भी भेंट की। रैली को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व विधायक प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल, भुवन कापड़ी, हरक सिंह रावत समेत कई नेताओं ने संबोधित किया।

रैली मंच से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार उत्तराखंड में सिर्फ जाति और धर्म की बात करती है जबकि प्रदेश की जनता ने उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास के लिए उनको चुना है।

यशपाल आर्य ने कहा कि प्रदेश कैसे विकसित हो ,प्रदेश में जनता की गरीबी दूर कैसे हो , शिक्षा, स्वास्थ्य की व्यवस्था कैसे सुधरे ,कैसे किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो ,कैसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हो ,बेरोजगारों को कैसे नौकरी मिले , पर्यटन सुविधा कैसे बड़े ,लोगो को चौबीस घंटे कैसे बिजली मिले ,प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार से आम जनमानस को कैसे मुक्ति मिले, इस पर भाजपा सरकार और उनके नेता बात नहीं करते है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस का संविधान बचाओ अभियान केवल एक राजनैतिक पहल नहीं, बल्कि आम नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का राष्ट्रीय आह्वान है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय की पुनः स्थापना के लिए है, जिसे भाजपा सरकार ने कमजोर कर दिया है।
वरिष्ठ नेता आर्य ने कहा कि संविधान को नहीं मानने वालों के द्वारा संविधान की मूल प्रस्तावना को तार तार करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन कांग्रेस सशक्त रूप से इसके विरोध में खड़ी है। कांग्रेस पार्टी उनके इरादों को जन सहयोग से पूरा नहीं होने देगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारें ‘‘बाबा साहेब’’ के भारत के अधिकारों पर षडयंत्रकारी हमला बोल रहे हैं। जहाँ एक तरफ संविधान सम्मत दलितों के आरक्षण को भाजपा खत्म कर रही है, वहाँ दलितों के कल्याण की स्कीमों का बजट काट साजिशन तरीके से उन्हें सरकार में हिस्सेदारी से ‘बाहर निकाला’ जा रहा है। यह बाबा साहेब अंबेडकर की सोच व शिक्षा, दोनों के ही खिलाफ है।
यशपाल आर्य ने आह्वान किया कि आज भाजपा अब संविधान-आरक्षण-दलित अधिकार मिटाने में लगी – तब उनसे लड़ेंगे व जीतेंगे! आर्य ने कहा ये संवैधानिक अधिकारों व सामाजिक न्याय को रौंदने के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का समय है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “मैं आप सब से कहना चाहता हूँ कि हम सब मिलकर बाबा साहेब द्वारा निर्मित संविधान व गरीबों के अधिकारों की रक्षा करेंगे। यह सिर्फ कांग्रेस का आंदोलन नहीं है, बल्कि हर उस नागरिक का आंदोलन है जो लोकतंत्र और संविधान में आस्था रखता है।”
संविधान बचाओ रैली में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक तिलक राज बेहड़, ममता राकेश, मनोज तिवारी, फुरकान अहमद, गोपाल राणा, विक्रम सिंह नेगी, वीरेंद्र जाती, सुमित हृदयेश, अनुपमा रावत, मदन सिंह बिष्ट, रवि बहादुर और महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला सहित कई नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।