Haryana DSP Surendra Singh killed by Illegal Mining Mafia during raid: हरियाणा के नूंह जिले में मंगलवार को खनन माफिया ने रेड मारने गए DSP सुरेन्द्र सिंह पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ा दिया जिसके बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद हरियाणा पुलिस ने आरोपियों की तलाश में आसपास के गाँवों को घेर लिया और तावडू के पंचगांव में एनकाउंटर किया जिसमें डंपर क्लीनर इकरार के पैर में गोली लगी है और उसे अरेस्ट कर लिया गया है।
ये है पूरा मामला
नूंह पुलिस के अनुसार तावडू(मेवात) के DSP सुरेन्द्र सिंह बिश्नोई नूंह में लगातार जारी अवैध खनन की सूचना के बाद जांच के लिए गए थे जहां खनन माफिया पत्थरों से भरा डंपर DSP पर चढ़ा देता है जिसके बाद कुचले जाने से उनकी मौके पर ही मौत हो जाती है। चंडीगढ़ ADGP (Law & Order) संदीप खिरवार ने कहा है कि घटना के वक्त चार पुलिसकर्मी DSP सुरेन्द्र सिंह के साथ थे। बताया जा रहा है कि रेड पर गए DSP के साथ एक गनमैन और एक ड्राइवर भी था। घटना सोमवार रात्रि 11:30 बजे के आसपास की बताई जा रही है। बताया गया कि अवैध खनन की सूचना पर रेड के लिए गए DSP ने जब अवैध खनन कर रहे माफिया को रोकने की कोशिश की तो DSP पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ाकर ड्राइवर और उसका क्लीनर फ़रार हो गए।
DSP को शहीद का दर्जा, परिवार को एक करोड़, सरकारी नौकरी
DSP सुरेन्द्र सिंह की खनन माफ़िया द्वारा कुचलकर हत्या कर देने की घटना के बाद हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आरोप लगाया है कि हरियाणा में क़ानून व्यवस्था की स्थिति किस तरह की है इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि पुलिस अधिकारी तक सुरक्षित नहीं हैं। DSP की हत्या के बाद ज़बरदस्त दबाव में दिख रही खट्टर सरकार ने दोषियों को किसी क़ीमत पर न बख़्शने का दावा तो किया ही है, मुख्यमंत्री ने कहा है कि शहीद सुरेन्द्र सिंह के परिवार को एक करोड़ की सहायता राशि देंगे तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी देंगे। DSP सुरेन्द्र सिंह इसी साल अक्तूबर में रिटायर होने वाले थे।
अरावली की पहाड़ियों में बड़े स्तर पर अवैध खनन
ज्ञात हो कि अरावली की पहाड़ियों को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट इस क्षेत्र में अवैध खनन पर रोक लगा चुका है। लेकिन इसे पुलिस प्रशासन की मिलीभगत कहें या सिस्टम का फ़्लेयर या फिर राजनीतिक संरक्षण अरावली की पहाड़ियों में बड़े स्तर पर अवैध खनन का खेल लगातार जारी है। लगातार शिकायतों के बाद प्रशासन ने तीन जून को एक टास्क फ़ोर्स भी बनाई थी जिसकी कमान DSP सुरेन्द्र सिंह बिश्नोई को भी मिली थी। टास्क फ़ोर्स हफ़्ते में दो बार खनन के लिए प्रतिबंधित ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करती थी। मंगलवार को DSP की कुचलकर हत्या कर दी गई।