Gairsain Assembly Monsoon Session: ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में चल रहा उत्तराखंड विधानसभा का सत्र तीसरे दिन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। मानसून सत्र के तीसरे और आखिरी दिन सत्तापक्ष ने विपक्ष के वॉकआउट करने के बाद जहां 5013.05 करोड़ का अनुपूरक बजट पारित कराया वहीं विपक्ष की गैर मौजूदगी में सात विधेयक भी सदन द्वारा पारित कर दिए गए। जबकि दो विधेयकों को विधानसभा की प्रवर समिति को भेज दिया गया।
इससे पहले विपक्ष ने प्रदेश में आपदा के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की लेकिन इस मुद्दे पर पर्याप्त समय नहीं मिलने पर विपक्ष ने हंगामा करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया और सदन के बाहर भी अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज कराया।
आपदा पर प्रश्नकाल में ही नियम 58 के तहत आधे घंटे भर की चर्चा में अपने विधानसभा क्षेत्र धारचूला को लेकर पर्याप्त समय नहीं मिलने के कारण गुस्साए कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने सत्तापक्ष के साथ साथ अपनी पार्टी कांग्रेस को भी जमकर खरी खोटी सुना डाली। हालांकि बाद में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुस्साए कांग्रेस विधायक हरीश धामी को बुलाकर उनकी मांगें सुनी और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए जिसके बाद धारचूला विधायक शांत होते दिखाई दिए।
तीन दिवसीय विधानसभा सत्र में सदन में कामकाज की अवधि 18 घंटे और नौ मिनट दर्ज की गई। सत्र के पहले दिन केदारनाथ से दिवंगत विधायक शैला रानी रावत और चंपावत के पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी को श्रद्धांजलि दी गई थी। हालांकि विपक्ष ने विधानसभा सत्र की कम अवधि का मुद्दा भी उठाया। लेकिन मानसून सत्र में कम अवधि के बावजूद सरकार ने सात विधेयक पारित कराने में कामयाबी हासिल कर ली।
- मानसून सत्र में पारित विधेयक
1-उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश नगर पालिकाअधिनियम 1916) संशोधन विधेयक 2024
2-उत्तराखंड लोक तथा निजी संपत्ति क्षति वसूली विधेयक 2024
3-उत्तराखंड राज्य विधानसभा विविध संशोधन विधेयक 2024
4-उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश और भूमि व्यवस्था अधिनियम 1950) संशोधन विधेयक
5-उत्तराखंड राज्य क्रीड़ा विश्वविद्यालय विधेयक 2024
6-उत्तराखंड कामगार और सुधारात्मक सेवाएं विधेयक 2024
7-उत्तराखंड विनियोग विधेयक 2024
- प्रवर समिति को भेजे ये विधेयक
मानसून सत्र में रोचक बात यह रही कि सरकार ने जहां विपक्ष की गैर मौजूदगी में सात विधेयक पारित करा लिए वहीं सत्तापक्ष के विधायकों के विरोध के चलते उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश) नगर निगम अधिनियम,1959 संशोधन विधेयक सासन में पारित नहीं हो सका और इस मजबूरन प्रवर समिति को भेजना पड़ा। जबकि बीजेपी विधायकों की नाराजगी के चलते ही सरकार को राज्य विश्वविद्यालय विधेयक भी प्रवर समिति को भेजना पड़ा। एक माह में इस पर समिति अपनी अनुशंसा देगी।
दरअसल, नगर निगम संशोधन अधिनियम विधेयक को लेकर बीजेपी विधायक मुन्ना सिंह चौहान, विनोद चमोली, प्रीतम सिंह पंवार, दुर्गेश्वर लाल आदि विधायकों ने सवाल उठाए और इसे प्रवर समिति को भेजने की मांग की जिस पर अंत में सरकार को मजबूर होकर राजी होना पड़ा। अब प्रवर समिति एक माह में सिफारिश देगी जिसके बाद उसकी अनुशंसा नगर पालिका और नगर पंचायत में लागू होती।
- जब कांग्रेस विधायक धामी मिले सीएम धामी से तो दूर हुए गिले शिकवे
विधानसभा मानसून सत्र के दौरान प्राकृतिक आपदा के मुद्दे पर सदन में चर्चा के दौरान विपक्ष को बोलने के लिए मिले निर्धारित समय में धारचूला विधायक हरीश धामी को पर्याप्त समय नहीं मिलने से फूट उनके गुस्से के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें शांत कराया। विधायक धामी ने बीजेपी के साथ साथ अपनी ही कांग्रेस पार्टी को भी आधे के समय में पांच मिनट भी नहीं मिलने पर मीडिया के सामने ही अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर कर दी थी।
इसके बाद विधायक हरीश धामी ने गैरसैंण(भराड़ीसैंण) में सत्रावसान के बाद विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर उनके समक्ष अपनी पीड़ा रखी। उन्होंने कहा कि आपदा की दृष्टि से सबसे संवेदनशील राज्य के पर्वतीय क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि आपदा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर उन्हीं की पार्टी के सदस्यों ने उन्हें बोलने का अवसर नहीं दिया। हरीश धामी ने कहा कि इस समय उत्तराखंड के कई इलाके आपदाग्रस्त हैं। ऐसे में इस गंभीर विषय पर चर्चा बहुत आवश्यक थी।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायक हरीश धामी की बातों को गंभीरतापूर्वक सुनकर उन्हें आश्वस्त किया कि उनके क्षेत्र सहित अन्य स्थानों में आपदा से संबंधित जो भी प्रकरण हैं, उनको प्राथमिकता पर लिया जाएगा। उन्होंने प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु और सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन को निर्देश दिए कि अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में सभी व्यवस्थाएं सामान्य करने के लिए जिलाधिकारियों से निरंतर समन्वय बनाए रखें।
विधायक धारचूला द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्र की समस्या बताने के बाद मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु को निर्देश दिए कि सचिव आपदा प्रबंधन और जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के साथ बैठक कर क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं का समाधान किया जाए। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों के विस्थापन की आवश्यकता है तो, किए जाए।
- गैरसैंण सत्र पर सीएम की प्रेस कांफ्रेंस
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गैरसैण में आयोजित विधानसभा सत्र की समाप्ति के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए सदन में हुई सकारात्मक चर्चा को राज्य हित में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष के साथी जल्दबाजी नही करते तो सदन और लम्बा चलता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में कई विधेयकों के साथ अनुपूरक बजट पर चर्चा हुई तथा उन्हें स्वीकृति प्रदान की गई। अनुपूरक बजट, सामान्य बजट की पूर्ति के लिये लाया गया है। राज्य में वित्तीय अनुशासन के साथ राजस्व बढाने तथा खर्चों को कम करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए राजस्व प्राप्ति के क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा हैं। ऋण लेने की प्रक्रिया में भी कमी लाई गई है। विकास की दिशा में राज्य का प्रदर्शन भी बेहतर रहा है। नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में राज्य द्वारा प्रथम स्थान पर रहना इसका प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास केन्द्र पोषित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देने का है। राज्यांश कम होने वाली योजनाओं का लाभ प्रदेश वासियों को मिलें इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा राज्य के गेस्ट हाऊसों का बेहतर ढंग से संचालन कर इन्हें आय के संशाधनो से जोडने में मददगार बनाया जा रहा हैं। राज्य की भावी पीढ़ी को बेहतर वित्तीय स्थिति का लाभ मिले इसके लिए हम प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में युवाओं, खिलाड़ियों एवं छात्रों के व्यापक हित में अनेक प्रभावी निर्णय लिये गये है। महिला स्वयं सहायता समूहों को बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध कर उनकी आर्थिकी मजबूत करने के साथ उन्हें स्वरोजगार से जोडने के लिये योजनायें बनाई गई है। समूहों के उत्पादों के विपणन की कारगर व्यवस्था की गई है। कृषि, बागवानी, मत्स्य, दुग्ध विकास की योजनाओं को रोजगार परक बनाया जा रहा है। जनता के हित से जुडी योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में राज्य के किसी भी क्षेत्र में बनभूलपुरा जैसी घटना न हो, आपसी भाईचारा व अमन चैन बना रहें तथा दंगा, तोड-फोड के साथ सरकारी व निजी सम्पत्ति का नुकसान न हो इसके लिए लोक तथा निजी सम्पत्ति क्षति वसूली विधेयक को मंजूरी दी गई है। अब सम्पतियों के नुकसान की भरपाई दंगाईयों से ही की जायेगी। उन्होंने कहा कि देवभूमि का प्रत्येक व्यक्ति बांग्लादेश में हिन्दुओं के प्रति हो रही हिंसक घटनाओं के प्रति हम चिंतित है, उनके प्रति हो रहे इस अन्याय को रोका जाना चाहिए। हिंसक घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम हम सबकी मांग है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न आपदा की घटनाओं के प्रति हम संवेदनशील है। वे स्वयं राज्य के विभिन्न आपदाग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति का जायजा ले रहें है तथा प्रभावितों का दुःख दर्द बांटने में लगे है। पीडितों की हर सम्भव मदद करने का प्रयास निरन्तर जारी है। इसके लिए धन की कमी नही होने दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भराड़ीसैंण का ग्रीष्मकालीन राजधानी के अनुरूप विकास हमारा लक्ष्य है, इसके लिए शीघ्र उच्च स्तरीय बैठक का भी आयोजन किया जायेगा। भराड़ीसैंण में वर्षभर विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के आयोजन के भी प्रयास किये जाने की बात कही। साथ ही यहां पर विधानसभा सत्र लम्बें समय तक संचालित किये जाने, अच्छा अस्पताल बनाये जाने, पत्रकारों तथा पुलिस के जवानों के लिये आवास की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने की भी बात मुख्यमंत्री ने कही।
- सफल सत्र आयोजन के लिए सीएम ने दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने गैरसैण में आयोजित विधानसभा के मानसून सत्र के सफल आयोजन के लिए श्रमिकों, शासन व प्रशासन के अधिकारियों एवं कार्मिकों को दिया धन्यवाद।
भराड़ीसैंण में आम जनता से भेंट कर सुनी जन समस्यायें, अधिकारियों को दिये आवश्यक निर्देश।
मुख्यमंत्री ने मानसून सत्र की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री आवास भराड़ीसैंण किया रात्रि विश्राम।
क्षेत्रवासियों को दिया गैरसैण के समग्र विकास का आश्वासन।
भराड़ीसैंण में वर्षभर विभिन्न कार्यक्रमों का होगा आयोजन।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गैरसैंण में आयोजित विधानसभा के मानसून सत्र के सफल आयोजन के लिए श्रमिकों, शासन व प्रशासन के अधिकारियों एवं कार्मिकों को धन्यवाद दिया है। उन्होंने भराड़ीसैंण में आम जनता से भेंट कर जन समस्यायें सुनी तथा अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री ने मानसून सत्र की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री आवास भराड़ीसैंण में रात्रि विश्राम किया। उन्होंने क्षेत्रवासियों को गैरसैण के समग्र विकास का आश्वासन देते हुए कहा कि भराड़ीसैंण में वर्षभर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा तथा ग्रीष्मकालीन राजधानी के अनुरूप गैरसैंण क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जायेगा। रात्रि प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने कई जन प्रतिनिधियों से भी भेंट की तथा राज्य के विकास से जुड़े विषयों पर उनसे चर्चा की।