GUJARAT ASSEMBLY ELECTIONS 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस ने 10 लाख युवाओं को नौकरी देने, जिसमें 50 फीसदी महिलाओं को आरक्षण दिया जाएगा, 3000 रु बेरोजगारी भत्ता, किसान कर्ज माफी, पुरानी पेंशन योजना बहाली, 10 लाख तक मुफ्त इलाज, 300 यूनिट फ्री बिजली से लेकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलने जैसे वादे जनता से किए हैं। लेकिन कांग्रेस के सीनियर लीडर मधुसूदन मिस्त्री ने एक विवादित बयान देकर सियासी बवंडर खड़ा कर दिया है। मिस्त्री ने पीएम मोदी को लेकर आपत्तिजनक शब्द प्रयोग किए हैं।
कांग्रेस के चुनावी वादों पर भारी न पड़ जाए मिस्त्री का विवादित बयान!
कांग्रेस लीडर मधुसूदन मिस्त्री ने कहा है कि वो गुजरात चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनकी ‘औकात’ दिखा देंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कितनी भी कोशिश कर लें, वे सरदार पटेल नहीं बन सकते। कांग्रेस ने अहमदाबाद में बने नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलकर सरदार पटेल करने का ऐलान भी किया है। साथ ही बिलकिस बानो गैंगरेप केस के दोषियों की रिहाई रद्द कर जेल भेजने की बात भी कही है।
जाहिर है कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में बड़े बड़े वादे कर गुजरात के वोटर्स को लुभाने की भरसक कोशिश की है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य में हो रहे चुनाव में उनको अपशब्द कहना राजनीतिक लिहाज से जोखिम भरा हो सकता है। फिर सोनिया गांधी के मोदी को ‘मौत के सौदागर’ करने से लेकर मणिशंकर अय्यर द्वारा ‘नीच’ कहने के चुनावी नतीजे सामने आ चुके हैं।
जब सोनिया गांधी ने मोदी को कहा था ‘मौत का सौदागर’
2007 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने तत्कालीन गुजरात सीएम नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहा था। इरादा था कि इस तीखे हमले का फायदा 2002 के दंगा पीड़ितों की तरफ से मिलेगा लेकिन दांव उल्टा पड़ गया और बयान ने ऐसा बैकफायर किया कि कांग्रेस चुनाव हार गई।
2017 गुजरात चुनाव में मणिशंकर अय्यर ने जब मोदी को कहा ‘नीच किस्म का आदमी’
2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में मोदी शाह के जोरदार चुनाव कैंपेन के बावजूद बीजेपी को राहुल गांधी की अगुआई में कांग्रेस कड़ी टक्कर दे रही थी लेकिन फिर चुनाव के दौरान आया मणिशंकर अय्यर का विवादित बयान जिसमें , और खुद पीएम मोदी ने इसे अपनी पिछड़ी जाति के अपमान का मुद्दा बनाकर चुनाव में भुनाया और बीजेपी सत्ता बचाने में कामयाब रही। अब फिर कांग्रेस उसी पुराने ट्रैक पर जाती दिख रही है और बीजेपी ने मिस्त्री के बयान को लपक लिया है।