देहरादून: कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बड़ा बयान दिया है। सोशल मीडिया में जारी एक वीडियो बयान में हरीश रावत ने कांग्रेस से बगावत कर जाने वालों को लेकर बड़ा बयान दिया है। हरदा ने कहा है कि मेरे कुछ दोस्त कहते है कि जो लोग भाजपा में गए थे उनको लेकर मेरा क्या दृष्टिकोण है। मैं कहता हूँ कि वे पहले भी नहीं आने वाले थे और अभी भी नहीं आ रहे हैं। वे अब भी सत्ता से चिपके हुए हैं। रावत ने कहा कि पार्टी अपनी जरूरत के मुताबिक़ जिनकी आवश्यकता होगी अगर उनमें असली कांग्रेसमैन के लक्षण दिखाई देंगे तो ऐसे लोगों के लिए घर थोड़े बंद किया जाता है लेकिन लक्षण दिखाई तो दें।
हरीश रावत ने आगे कहा कि जिन लोगों की सोच लाभ की सोच है उनकी कांग्रेस में भी आवश्यकता नहीं है और मैं समझता हूँ कि उत्तराखंड में भी आवश्यकता नहीं है। हरदा ने कहा कि हमने, जो कांग्रेस के लिए लाभदायक हैं और जिनकी कांग्रेस की सोच है उनके लिए हमने कभी दरवाजे बंद नहीं किए हैं।
वैसे हरदा को अचानक अपने पुराने कांग्रेसी मित्रों की याद अचानक कैसे हो आई ये विचारणीय प्रश्न है। आखिर उत्तराखंड में सीएम बदले जाने और कैबिनेट में कांग्रेसी गोत्र के नेताओं को तवज्जो के बाद किसी नेता ने पुरानी पार्टी को याद भी नहीं किया है मार्च से! दूसरा यूपी में जितिन प्रसाद से लेकर असम में कांग्रेस विधायक की टूट कांग्रेस का संकट बयां करने को काफी है। ऊपर से पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस न असम और न केरल की सत्ता में लौट पाई ऐसे में देवभूमि के दंगल में बीजेपी को छोड़कर कितने नेता घर वापसी करेंगे कहा नहीं जा सकता।