Haridwar/Dehradun: गुजरात जहरीली शराबकांड के बहाने 2019 में हरिद्वार और सहारनपुर जिलों में हुए जहारीली शराबकांड को कुरेद उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकारों पर हल्लाबोल
देहरादून: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने गुजरात में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों को लेकर तमाम भाजपा शासित राज्य सरकारों के कटघरे में खड़ा किया है। नेता प्रतिपक्ष आर्य ने कहा कि गुजरात ही नहीं भाजपा शासित हर प्रदेश अवैध जहरीली शराब और नशे का अड्डा बन चुका है। यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि अवैध नशे का कारोबार करने वाले माफियाओं को सरकार के ताकतवर लोगों का संरक्षण मिला होता है, इसीलिए आज तक तमाम जांचों के बाद भी न अवैध जहरीली शराब का कारोबार रुका है, न ही इनके पीछे की बड़ी मछलियों को जेल भेजा गया है।
हरिद्वार दौरे पर रहे आर्य ने कहा कि भाजपा शासित राज्य गुजरात में शराबबंदी का ढोंग जहरीली शराब कांड के बाद सबके सामने आ चुका है। आर्य ने कहा कि गुजरात में अभी तक कुल 45 मासूम गरीबों ने अवैध जहरीली शराब पीकर अपनी जान गंवा दी है और जहरीली शराब के माफिया ने उनके मासूम बच्चों को रोने-बिलखने के लिए छोड़ने को मजबूर कर दिया है।
उन्होंने प्रश्न किया कि गुजरात सरकार की इस घोर नाकामी पर कोई जवाब नहीं दे रहा है। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह गुजरात से ही आते हैं लेकिन जहरीली शराब कांड पर किसी के पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि आखिर कौन इन गरीबों की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है?
यशपाल आर्य ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलते कहा कि गुजरात ही नहीं भारतीय जनता पार्टी शासित अन्य राज्यों में भी पिछले 5 सालों में अवैध जहरीली शराब से जमकर मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि यदि केवल उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य, जहां पिछले 5 साल से अधिक समय से भाजपा की सरकारें हैं, वहीं की बात करें तो अवैध जहरीली शराब से लगभग 600 लोगों की मौत हो चुकी है।
शुक्रवार को हरिद्वार की भगवानपुर विधानसभा सीट के दौरे पर पहुँचे नेता प्रतिपक्ष ने याद दिलाते हुए कहा कि फरवरी 2019 में इसी जिले के भगवानपुर के झबरेड़ा थाने के बल्लुपुर आदि गांवों 44 लोगों की मौत अवैध जहरीली शराब पीने से हो गई थी। यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि भगवानपुर जहरीली शराब कांड में जो लोग पीड़ित हुए उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस तक उपलब्ध नही हो पाई थी। उन्होंने कहा कि आज इन गरीबों के मासूम बच्चे दर दर की ठोकर खाकर भीख मांगने को मजबूर हो गए हैं। आर्य ने कहा कि इस शराब कांड की विधानसभा की समिति से जांच करवाई गई लेकिन आज तक ये पता नही चला कि आखिर इस कांड के पीछे कौन था और किस विभाग की जिम्मेदारी इस अवैध रसायन को रोकने की थी? उन्होंने बताया कि केवल भगवानपुर में ही नही बल्कि उसी समय यानी फरवरी 2019 में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मेरठ और कुशीनगर में भी जहरीली शराब कांड हुआ जिसमें लगभग 100 लोगों की मौत हुई थी।
यशपाल आर्य ने भाजपा सरकार को याद दिलाते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने तब दावा किया था कि , अवैध शराब कारोबार को रोकने के लिए कानून लाएंगे परंतु इस घटना के 7 महीने बाद ही सितंबर 2019 में राजधानी देहरादून में 6 लोगों की मौत अवैध जहरीली शराब पीने से हो गई थी और इस कांड में गिरफ्तार व्यक्ति के संबंध भारतीय जनता पार्टी से निकले थे।
आर्य ने कहा कि मई 2021 में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अवैध जहरीली शराब से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 5 सालों में अवैध जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगभग 500 हो चुकी है।
नेता प्रतिपक्ष आर्य ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि संस्कार की बात करने वाले भाजपाई हर राज्य में अवैध शराब और नशीले पदार्थों के व्यापार में लिप्त हैं। आर्य ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी ही गोवा में अवैध बार नही चलाती हैं बल्कि अपनी सत्ता वाले हर राज्य में भाजपा नेताओं के संरक्षण में अवैध शराब और नशे का व्यापार चल रहा है।