- पूर्व मुख्यमंत्री डॉ निशंक ने किए बाबा केदार के दर्शन
- PM मोदी के विजन के साथ संवर रही केदारपुरी: निशंक
- निर्माणों कार्यों की समीक्षा के साथ ही राज्य की खुशहाली की कामना
- गंगोत्री धाम के कपाट बंद कर दिए गए
- भैया दूज के मौके पर यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए कर दिए जाएंगे बंद
- कपाट बंद करने को लेकर सभी तैयारियां कर ली गई है पूरी
देहरादून/केदारनाथ: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार को बाबा केदार के दर्शन किए। उन्होंने केदारनाथ धाम में राज्य और राज्यवासियों की खुशहाली की कामना की। केदारनाथ पहुंचे निशंक ने तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों से बातचीत भी की। यहां से निशंक बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हो गए।
बुधवार सुबह डॉ निशंक केदारनाथ पहुंचे। करीब आधे घंटे तक उन्होंने परिवारजनों के साथ केदारनाथ धाम के गर्भ गृह में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। तीर्थ पुरोहितों ने उनसे मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि मंदिर के संबंध में फैसला लेते समय तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय हक-हकूकधारियों को नजरअंदाज किया जा रहा है। मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर उसी अनुपात में सुविधाएं और व्यवस्थाएं भी बढ़ाई जानी चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
डॉ निशंक ने कहा कि वह स्थानीय लोगों की बात को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक पहुंचाएंगे। राज्य सरकार तीर्थाटन व पर्यटन को बेहतर बनाने और श्रद्धालुओं व पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देने का प्रयास कर रही है। मुलाकात करने वालों में केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित उमेश पोस्ती, संतोष त्रिवेदी, राजकुमार तिवारी, विनीत पोस्ती, लक्ष्मीनारायण जुगराण समेत अन्य मौजूद रहे।