दिल्ली/देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर है। भाजपा को जहां पांच साल की सत्ता में होने से एंटी इनकमबेंसी के नुकसान का डर सता रहा तो वहीं, मोदी मैजिक, गरीबों को फ्री राशन और किसान सम्मान निधि से लेकर कई मदों में लोगों के खाते में सीधे पैसे पहुंचने जैसे क़दमों का फायदा भी मिल सकता है। जबकि कांग्रेस महंगाई, बेरोज़गारी और तीन-तीन मुख्यमंत्री बदलने जैसे मुद्दों से लेकर स्थानीय स्तर पर विधायकों के खिलाफ बनी एंटी इनकमबेंसी के सहारे अपनी चुनावी वैतरणी पार लगाने की कोशिश में है। लेकिन वोटर अभी खामोश दिख रहा है और कोरोना पाबंदियों के चलते हवा का रुख बताने वाली बड़ी रैलियों पर भी रोक है। लिहाजा लगातार आ रहे ओपिनियन पोल के सर्वे आदि से संकेत पकड़े जा रहे हैं।
रविवार को दिल्ली से प्रकाशित होने वाले अंग्रेज़ी दैनिक TOP STORY में छपे Research Desk ( RDIP) और INCURSION TECH के उत्तराखंड ओपिनियन पोल में भाजपा और कांग्रेस में कांटे की लड़ाई के साथ कांग्रेस की सरकार बनते दिखाई गई है। ओपिनियन पोल में न केवल भाजपा की सीटें घटते दिखाया गया है बल्कि पार्टी के वोट शेयर में भी खासा गिरावट दिखाई गई है।
2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 70 सीटों में से 57 सीट हासिल हुई थी जबकि उसका वोट शेयर 46.5 फीसदी रहा था। वहीं कांग्रेस 33.5 फीसदी वोट शेयर के साथ महज 11 सीटोें पर सिमट गई थी।
ओपिनियन पोल: किसको मिलेंगी कितनी सीटें ?
RDIP सर्वे के अनुसार भाजपा को 2022 में वोट और सीट दोनों मोर्चों पर भारी नुकसान हो रहा है। ओपिनियन पोल में भाजपा को विधानसभा चुनाव में 2017 की 57 सीटों के मुक़ाबले 28-32 सीटें (तीन सीट प्लस माइनस) मिलते दिखाया गया है। जबकि कांग्रेस को 2017 की 11 सीटों से बढ़कर 35-39 (तीन सीट प्लस माइनस) जीतते दिखाया गया है। वहीं आम आदमी पार्टी को 0-1 मिलती दिख रही है। जबकि बसपा व निर्दलीयों के खाते में 1-2 सीटों जाती दिखाई गई हैं।
ओपिनियन पोल: किसको कितना मिलेगा वोट शेयर ?
ओपिनियन पोल के लिहाज से बीजेपी को 2022 के विधानसभा चुनाव में करीब 38 (37.9) फीसदी वोट शेयर मिल रहा है। जबकि कांग्रेस को करीब 41 (41.4) फीसदी वोट शेयर मिल रहा है। वहीं आम आदमी पार्टी को करीब 12 (11.6) फीसदी और अन्य के खाते में करीब 9 (8.7) फीसदी वोट शेयर जाता दिख रहा है, अन्य में मेजर शेयर बसपा का माना जा सकता है।
ओपिनियन पोल: कौन है अगले मुख्यमंत्री का सबसे पॉपुलर चेहरा ?
मोस्ट पॉपुलर मुख्यमंत्री चेहरे के तौर पर 41 फीसदी वोटों के साथ पूर्व सीएम हरीश रावत उत्तराखंड की जनता की पहली पसंद बने हैं। जबकि पुष्कर सिंह धामी 25 फीसदी के साथ मुख्यमंत्री के दूसरे सबसे पसंदीदा चेहरे बने हैं। जबकि भाजपा के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी 13 फीसदी वोटों के साथ तीसरे व 11 फीसदी वोटर्स ने AAP सीएम फ़ेस कर्नल अजय कोठियाल को चौथी पसंद माना है। पोल में 9 फ़ीसदी लोगों की पसंद अन्य चेहरे रहे हैं।
ओपिनियन पोल: कुमाऊं और गढ़वाल में किसको कितनी सीटें?
RDIP सर्वे के तहत कुमाऊं की 29 सीटों में से भाजपा को 8-10 सीटें मिलती दिखाई हैं जबकि कांग्रेस को 19-21 सीटों पर जीतते दिखाया गया है। जबकि AAP व अन्य के खाते में 0-1 सीटें जा सकती हैं।
गढ़वाल की 41 सीटों की बात करें तो यहां भाजपा को 20-21 सीटें मिलती दिख रही हैं जबकि कांग्रेस 16-18 सीटें जीत सकती है। वहीं AAP व अन्य यहां 1-1 सीटों पर विजयी हो सकते हैं।
ओपिनियन पोल: चुनाव में मुद्दे ?
बेरोज़गारी, महंगाई, बिजली-पानी, शिक्षा-स्वास्थ्य, भू-क़ानून और पाँच साल में तीन मुख्यमंत्री बदलने जैसे मुद्दों पर वोटर वोट डाल सकता है।
सत्ताधारी दल को महँगाई, बेरोज़गारी, तीन मुख्यमंत्री बदलने से राजनीतिक अस्थिरता के आरोप से लेकर चारधाम देवस्थानम् बोर्ड गठित करने फिर भंग करने, तीर्थ-पुरोहितों की नाराज़गी, तराई में किसान आंदोलन और विधायकों की लोकल एंटी इनकमबेंसी जैसे मुद्दों से जूझना पड़ सकता है। वहीं भाजपा को मोदी मैजिक के दोबारा दिखने और डबल इंजन को जन समर्थन मिलने से लेकर आख़िरी महीनों में पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाने से नाराज़गी कम होने से जीत की उम्मीद है। कांग्रेस को भाजपा की इन्हीं तमाम कमज़ोरियों से फ़ायदा मिलने की उम्मीद है लेकिन भाजपा-कांग्रेस का विकल्प बनने आई आम आदमी पार्टी को तमाम फ़्री घोषणाओं के बावजूद वोट शेयर के अलावा सीटों पर जीत की सफलता मिलती नहीं दिख रही है।