देहरादून: महाकुंभ के दौरान कोरोना फ़र्ज़ी जांच के नाम पर भ्रष्टाचार की ऐसी गंगा बहाई गई कि अब तीरथ सरकार को जवाब देते नहीं बन रहा है। एक तरफ सवाल पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ही खड़े कर रहे तो दूसरी तरफ अब कांग्रेस ने सरकार को चार दिन का अल्टीमेटम दिया है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि तीरथ सरकार 24 जून तक कुंभ कोरोना जांच फर्जीवाड़े की जांच हाइकोर्ट के सिटिंग जज से कराने का ऐलान करे अन्यथा विपक्षी दल प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ेगा।
कांग्रेस ने ऐलान किया है कि 25 जून को हरिद्वार में गंगा तट पर उपवास के साथ प्रदेशव्यापी आंदोलन का शंखनाद करेगी।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि बीजेपी हिन्दू धर्म और सनातन परम्परा की ठेकेदार बनती है लेकिन उसके राज में महाकुंभ 2021 में कोरोना जांच में फर्जीवाड़े का महापाप किया गया। प्रीतम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री स्वीकार कर चुके हैं कि कोरोना जांच में घोटाला हुआ है लेकिन अब एक दूसरे पर दोष मंढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना जांच घोटाला राष्ट्रद्रोह के कम नहीं और घोटालेबाज़ों का पर्दाफ़ाश कर कठोर एक्शन लिया जाना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कोरोना काल में हई मौतों को लेकर मुख्यमंत्री पर 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की है।
कांग्रेस ने सवाल उठाया कि अप्रैल में पूरे प्रदेश की संक्रमण दर के मुकाबले भारी भीड़ के बावजूद ये हरिद्वार में 85 फीसदी तक कम कैसे रही। साथ ही बिना ICMR अनापत्ति और मान्यता के एंजेसी को टेस्टिंग का काम दे दिया गया।
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