देहरादून: भाजपा के लैंसडौन से दो बार के विधायक महंत दलीप रावत ने आज मीडिया से मुख़ातिब होकर कांग्रेस में जाने की चल रही खबरों का खंडन कर दिया। महंत दलीप रावत ने कहा कि वे घोर हिन्दूवादी विचारधारा वाले नेता हैं और इस विचारधारा का संरक्षण सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही करती है लिहाजा वहीं उनका एकमात्र विकल्प है।
ज्ञात हो कि पिछले दो दिन से सेलेक्टिड मीडिया द्वारा यह खबर चलाई जा रही थी कि लैंसडौन से भाजपा विधायक महंत दलीप रावत टिकट कटने के डर से पार्टी छोड़कर कांग्रेस में जाएंगे। खबर दौड़ाई जा रही थी कि महंत दलीप रावत पूर्व सीएम हरीश रावत से मिल चुके हैं और गुरुवार को कांग्रेस ज्वाइन कर लेंगे। लेकिन तमाम मीडिया के सामने महंत दलीप रावत ने ऐसी तमाम खबरों को अपने राजनीतिक विरोधियों द्वारा फैलाया गया झूठ और मनगढ़ंत करार दिया। दलीप रावत ने कहा कि उनके लिए भाजपा ही एकमात्र विकल्प है, उनको दो बार लैंसडौन से पार्टी ने टिकट दिया है और तीसरी बार भी मौका मिलेगा ऐसा उनको विश्वास है।
दरअसल, पिछले कुछ समय से कैबिनेट मंत्री और कोटद्वार से विधायक डॉ हरक सिंह रावत या उनकी पुत्रवधू के लैंसडौन से चुनाव लड़ने की अटकलें चल रही थी। ऐसा ही अटकलों के बीच महंत भी लगातार हमलावर होकर हरक के विभागों में भ्रष्टाचार से लेकर तमाम मुद्दों पर निशाना साध रहे थे। हरक सिंह रावत की बहू लगातार लैंसडौन से चुनाव लड़ने का दम भर रही हैं और इसके लिए किसी भी पार्टी से टिकट पाने को तैयार हैं।
भाजपा के जानकार सूत्रों ने खुलासा किया है कि महंत दलीप रावत लगातार दो बार से लैंसडौन से चुनाव जीतते आ रहे हैं और उनको पार्टी ने आश्वस्त कर दिया है कि उनका टिकट पक्का है। इसके बाद महंत दलीप रावत भी संतुष्ट नजर आ रहे हैं। अब सवाल है कि अगर महंत दलीप रावत का लैंसडौन से टिकट पक्का है तो फिर क्या हरक सिंह रावत को कोटद्वार से ही लड़ने को कहा जाएगा? एक सवाल यह भी कि क्या हरक सिंह रावत की बहू को भाजपा लैंसडौन से टिकट नहीं देगी?