देहरादून
बिना एक अदद स्वास्थ्य मंत्री के सूबे की सेहत कैसे बीमार होते जा रही इसकी ताजा बानगी देख लीजिए. कोरोना काल में अस्पतालों पर बोझ न बढ़े और ज्यादा गंभीर न होने पर मरीजों को घर पर रहकर ही उपचार मिलता रहे इस मक़सद से आइसोलेशन किट तैयार किया गया. बड़े बड़े दावे भी होते रहे इस किट को बांटने को लेकर लेकिन बीमार स्वास्थ्य तंत्र की हकीकत, दरअसल दूसरी ही है.
राज्य में मार्च के शुरू में अचानक नेतृत्व परिवर्तन हो गया. अब मुख्यमंत्री के तौर पर तीरथ सिंह रावत करीब डेढ़ महीने से क़ाबिज़ हैं, त्रिवेंद्र रावत की तर्ज पर सीएम तीरथ भी स्वास्थ्य महकमा खुद के पास रखे हुए हैं. लेकिन होम आइसोलेशन किट पर तस्वीर चस्पाँ आज तक त्रिवेंद्र रावत की ही है. फोटो हटाने की फुरसत नहीं मिल पायी या जरूरत नहीं समझी गयी! जो भी हो स्वास्थ्य महकमे ने अब तक किट से ही किनारा कर रखा था. अब किट को लेकर कोहराम मचा तब स्वास्थ्य विभाग पूर्व मुख्यमंत्री टीएसआर की फोटो हटाने में जुटा है.
जाहिर है मुख्यमंत्री को बदलें डेढ़ महीना हो गया है लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग इस काम को प्राथमिकता दे ही नहीं पाया.
एसडीसी फ़ाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अनूप नौटियाल कहते हैं कि कोरोना के चलते चौतरफा हाहाकार मचा हुआ है ऐसे में फोटो किसकी है ये महत्वपूर्ण नहीं बल्कि जीवन बचाना हम सबका मक़सद होना चाहिए
क्या होता है कोरोना के होम आइसोलेशन किट में
प्रदेश में कोरोना पॉज़ीटिव मरीजों के होम आइसोलेशन में रहने पर स्वास्थ्य महकमे की तरफ से हरेक को एक कोरोना किट देने की व्यवस्था है. इसके तहत तीन सतह वाला मास्क, थर्मामीटर,हैंड सेनिटाइजर, बायो मेडिकल वेस्ट बैग, ऑक्सीजन लेवल जानने को ऑक्सीमीटर और जिंक विटामिन सी आदि की गोलियाँ और जरूरी दवाएँ तथा होम आइसोलेशन निर्देशों व कोविड उपचार के बाद कैसे करें देखभाल इसकी पुस्तिका दी जाती है.