न्यूज़ 360

ADDA IN-DEPTH: संग्राम 2017 में चली मोदी सूनामी तो ढह गए कांग्रेसी दिग्गजों के किले, बाइस बैटल में एंटी इनकमबेंसी झेल रही भाजपा, CM धामी से लेकर ये दिग्गज मंत्री बचा पाएंगे दुर्ग ?

Share now

देहरादून: नामांकन वापसी का आखिरी दिन बीच चुका है और अब बाइस बैटल में सत्ताधारी भाजपा से लेकर विपक्षी कांग्रेस के तमाम प्रत्याशी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने का दम कुछ सीटों पर आम आदमी पार्टी भर रही है तो हरिद्वार में कुछ सीटों पर बसपा भी लड़ाई में होने का अहसास करा रही है। लेकिन आमने-सामने की टक्कर भाजपा और कांग्रेस में ही है। इस बार न मोदी लहर दिख रही है और ना ही भाजपा द्वारा बदले गए तीन-तीन मुख्यमंत्री मिलकर ऐसा कोई संदेश दे पाए कि सत्ताधारी दल के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी को नकारा जा सके। ऐसे में सवाल है कि जिस तरह से हरीश राज में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक एक के बाद ताश के पत्तों की तरह सत्ता विरोधी लहर में ढह गए थे तो क्या अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर तमाम मंत्रियों पर वैसा ही हार का खतरा मंडरा रहा है?


ज्ञात है कि सत्रह संग्राम में मोदी लहर चली तो दो-दो सीटों से सीएम रहते हरीश रावत हार गए। हरिद्वार ग्रामीण सीट पर स्वामी यतीश्वरानंद ने हरदा के 12 हज़ार से अधिक वोटों से हराया तो किच्छा में राजेश शुक्ला रावत को 2127 वोटों से हरा देते हैं।
हरदा हारे तो तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय सहसपुर में शिकस्त खा गए। हरदा कैबिनेट के सात मंत्री हार जाते हैं जिनमें सुरेन्द्र सिंह नेगी, दिनेश अग्रवाल, मंत्री प्रसाद नैथानी, दिनेश धनै, हरीशचन्द्र दुर्गापाल, नवप्रभात और राजेन्द्र भंडारी शामिल हैं। कांग्रेस की तरह से हल्द्वानी से इंदिरा ह्रदयेश और चकराता से प्रीतम सिंह अपना किला बचाने में कामयाब रहे थे। निर्दलीय प्रीतम पंवार भी जीत गए थे।

वैसे यह हारने का रिकॉर्ड कोई अकेले हरीश रावत कैबिनेट का ही नहीं था बल्कि यह उत्तराखंड विधानसभा चुनावों का ट्रेंड रहा है कि यहां हर बार चुनाव में तीन चौथाई कैबिनेट हार का ‘हार’ पहनने को मजबूर हो जाती है। ऐसे में सवाल है कि बाइस बैटल में धामी सरकार और भाजपा के वह कौनसे दिग्गज हैं जो अपने-अपने दुर्ग बचाने की कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं?


सबसे पहले बात खटीमा से चुनावी जंग लड़ रहे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की करते हैं। 2017 में खटीमा में पुष्कर सिंह धामी 29539 वोटों के साथ कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी को मिले 26830 वोटों के मुकाबले 2709 वोटों से जीत हासिल हुई थी। अब धामी के लिए चिन्ता का सबसे बड़ा सबब तो यही है कि विधायक के नाते 10 साल की एंटी इनकमबेंसी नींद उड़ा रही है, ऊपर से मोदी सूनामी के बावजूद जीत का अंतर बेहद कम रहा था। क्षेत्र में बीएसपी का वोट भी घट रहा है जिसका मतलब कांग्रेस को एडवांटेज मिलना होगा। हालाँकि सीएम होने बनने का एडवांटेज धामी के पक्ष में है तो दोबारा ताजपोशी से घबराए घर के भितरघातियों का डर भी सता रहा है।


यूएसनगर से सरकार में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के लिए वह मिथक की डर की बड़ी वजह होगा जिसके तहत सूबे में जो शिक्षा मंत्री बना चुनाव में वह हार गया। पांडे की गदरपुर सीट पर अच्छा खासा असर किसान आंदोलन का रहा है और कांग्रेस ने बंगाली समुदाय से पूर्व विधत प्रेमीनंद महाजन को उतारकर टेंशन बढ़ा दी है। गदरपुर में पांडे और भाजपा का सबसे मजबूत वोटबैंक बंगाली और सिख तबका ही रहा है।

नैनीताल जिले की कालाढूंगी सीट से चुनाव लड़ रहे मंत्री बंशीधर भगत की क्षेत्र में मजबूत पकड़ मानी जाती है लेकिन एक तो गजराज बिष्ट ने जिस तरह बगावत कर भगत के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया उसके वीडियो अब विरोधियों के प्रचार का औजार बन चुके हैं, फिर भले ही बिष्ट मान-मनोव्वल के बाद बैठ ही क्यों न गए हों लेकिन भारी डैमेज हो चुका है। सबसे बड़ी चिन्ता यह भी कि इस बार कांग्रेस मे प्रकाश जोशी की बजाय बगावत कर 20 हजार से ज्यादा वोट लेकर भगत का काम आसान करते रहे महेश शर्मा को ही टिकट देकर मुकाबला आमने-सामने का कर दिया है।

अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर(आरक्षित) सीट पर चुनाव लड़ रहा मंत्री रेखा आर्य 2017 में मोदी सूनामी के बावजूद महज 710 वोटों के अंतर से चुनाव जीत पाई थी। रेखा आर्य को 21780 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र बाराकोटी को 21070 वोट हासिल हुए थे। सहज अंदाज़ा लगाया जा सकता है एंटी इनकमबेंसी झेल रही आर्य के लिए चुनावी जीत की लक्ष्मण रेखा पार करना कितना कठिन हो सकता है।

पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट सीट से लगातार चुनावी जंग जीतते आ रहे मंत्री बिशन सिंह चुफाल को इस बार कांग्रेस के प्रदीप सिंह पाल से आमने-सामने की लड़ाई लड़नी होगी क्योंकि 2017 में दूसरे नंबर पर रहे किशन भंडारी इस बार खामोश है। चुफाल के लिए यह मौका भी है और चुनौती भी।

पौड़ी जिले की चौबट्टाखाल सीट से चुनाव लड़ रहे मंत्री सतपाल महाराज की कांग्रेस में गए हरक सिंह रावत ने चुनावी ताल ठोकने की इच्छा जाहिर कर खूब नींद उड़ाई। लेकिन अब वहाँ केसर सिंह नेगी पर दांव खेलकर कांग्रेस ने मंत्री महाराज को राहत तो नहीं दे दी है!
श्रीनगर में एक बार फिर मंत्री डॉ धन सिंह रावत का मुकाबला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से ही हो रहा है। श्रीनगर से जिस तरह की रिपोर्टें आ रही हैं वह धन सिंह के खिलाफ ज़बरदस्त एंटी इनकमबेंसी की कहानी बयां कर रही हैं।

हरिद्वार जिले की हरिद्वार ग्रामीण सीट से सत्रह के संग्राम में सिटिंग सीएम हरीश रावत को करारी शिकस्त देने वाले मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के सामने बाइस बैटल में हरदा की पुत्री अनुपमा रावत हैं। 10 साल से क्षेत्र के विधायक स्वामी के सामने इस बार जीत की हैट्रिक लगाना कठिन चुनौती है। हालाँकि नामांकन के आखिरी दिन बीएसपी से प्रत्याशी बदलकर उतारे गए यूनुस अंसारी के चलते स्वामी को राहत हो सकती है लेकिन बीएसपी के पिछली बार के प्रत्याशी रहे कद्दावर मुकर्रम अंसारी को अपने पाले में लेकर कांग्रेस ने लड़ाई रोचक बना दी है।

देहरादून जिले की मसूरी सीट से मंत्री गणेश जोशी के सामने फिर गोदावरी थापली को कांग्रेस ने उतारा है। जबकि टिहरी जिले की नरेन्द्रनगर सीट से पिछली बार निर्दलीय लड़े ओम गोपाल रावत इस बार कांग्रेस की टिकट पर मंत्री सुबोध उनियाल से आमने-सामने का मुकाबला कर रहे हैं। सुबोध और ओम गोपाल में काँटे की टक्कर होने की बात कही जा रही है।

2017 में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय मोदी सूनामी में करारी शिकस्त खा गए थे तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट भी रानीखेत से चुनाव हार गए थे। बाइस बैटल में गणेश गोदियाल धन सिंह रावत से मुकाबला कर रहे तो मदन कौशिक पाँचवी बार हरिद्वार का किला बचाने को कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं। बाइस बैटल में न चार साल तक सीएम रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत चुनाव लड़ रहे हैं और न ही उनके मंत्री रह और अब कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत को टिकट मिल पाया है।

Show More

The News Adda

The News अड्डा एक प्रयास है बिना किसी पूर्वाग्रह के बेबाक़ी से ख़बर को ख़बर की तरह कहने का आख़िर खबर जब किसी के लिये अचार और किसी के सामने लाचार बनती दिखे तब कोई तो अड्डा हो जहां से ख़बर का सही रास्ता भी दिखे और विमर्श का मज़बूत मंच भी मिले. आख़िर ख़बर ही जीवन है.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!