सचिन पायलट कैंप की जीत, CM गहलोत कैंप के लिए झटका!
जयपुर/दिल्ली: राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार अगले महीने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे करने जा रही है, उससे ठीक पहले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने मिशन 2023 फतह करने के लिए अपने ‘ऑपरेशन राजस्थान’ को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है। इसी के तहत सीएम अशोक गहलोत के मंत्रियों को इस्तीफा देने को कहा गया था और शनिवार को सीएम गहलोत के आवास पर मंत्रिपरिषद की बैठक हुई जिसमें तमाम मंत्रियों ने अपने इस्तीफे सौंप दिए। इसकी पुष्टि कांग्रेस लीडर प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से रूबरू होते कर दी।
रविवार को दोपहर 2 बजे कांग्रेस विधायकों को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बुलाया गया है और उसके बाद का कार्यक्रम क्या रहेगा यह अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अजय माकन तय करेंगे। माना जा रहा है कि रविवार को 4 बजे के आसपास नए मंत्रीमंडल का शपथग्रहण समारोह होगा। तीन मंत्री जिनमें हरीश चौधरी, डॉ रघु शर्मा और गोविंद सिंह डोटासरा शामिल हैं, शुक्रवार को ही इस्तीफा दे चुके थे। गहलोत मंत्रिमंडल में इस समय 21 मंत्री थे और 200 सदस्यों की विधानसभा के हिसाब से अधिकतम 30 विधायक मंत्री बन सकते हैं।
जाहिर है जब राजस्थान की गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल का पुनर्गठन हो रहा है तो इसका मकसद पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट कैंप को खुश करना तो है ही, साथ ही मिशन 2023 को फोकस करते हुए नई टीम के जरिए नया जोश भरना भी मकसद है। दरअसल जिस तरह से सचिन पायलट की अगुआई में 19 विधायकों ने पिछले साल बगावत का झंडा बुलंद किया था जिससे बाद खुद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोर्चा संभालते हुए हालात क़ाबू किए थे। उसी के बाद से लगातार पायलट कैंप को सरकार-संगठन में फिर से एडजेस्ट करने की बात चल रही थी लेकिन सीएम अशोक गहलोत अब तक लगातार कैबिनेट विस्तार या पुनर्गठन को टालने में कामयाब होते रहे। अब जानकार सूत्रों ने खुलासा किया है कि राहुल गांधी के स्पष्ट मैसेज के बाद गहलोत तैयार हो गए हैं।
कहा जा रहा है कि पायलट कैंप को तवज्जो मिलेगी और मिशन 2023 के मद्देनज़र राहुल-प्रियंका सचिन को सियासी बैटिंग करने की खुली छूट देने की तैयारी में हैं। पायलट कैंप के अलावा सरकार को समर्थन दे रहे बसपा व निर्दलीय विधायकों में से भी कुछ को मंत्री बनाया जा सकता है। ज्ञात हो कि 200 विधायकों के सदन में इस वक्त कांग्रेस के पाले में 108, बीजेपी कं 71 विधायक हैं। जबकि 13 निर्दलीय विधायक हैं।