चमोली: ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले दो-तीन वर्षों से लगातार ऑल वेदर रोड का कार्य चल रहा है, जो हर बरसात में स्थानीय लोगों के साथ-साथ चारधाम यात्रियों के लिए सिर दर्द साबित हो रहा है। इस बार मानसून आया नहीं कि लगातार हो रही बारिश से ऑल वेदर रोड कई जगहों पर ध्वस्त हो गई है और कई जगह सुरक्षा दीवार के पुश्ते टूट गए हैं। दीवारों पर इतना घटिया निर्माण हो रहा है कि एक बरसात भी ऑल वेदर रोड नहीं झेल पाई है। 3 दिन से हो रही बारिश से लगातार बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर बंद है। मार्ग बंद होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ रही हैं तो साथ ही ऑल वेदर रोड के तहत बनाई जा रही सड़क की गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं कि जो राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़क ऑल वेदर रोड के लिए बनाई जा रही है। यानी कि हर मौसम के लिए बनाई जा रही है तो वह मानसून की पहली बारिश भी क्यों नहीं झेल पाई है। सवाल यह उठता है कि जिस ऑल वेदर के नाम से लाखों करोड़ों के प्रोजेक्ट उत्तराखंड में चल रहे हैं। उन प्रोजेक्टों की स्थिति पहली बरसात ने स्पष्ट कर दी है।
बदरीनाथ धाम में संचार सेवा ठप
बदरीनाथ धाम की बात करें तो बदरी नाथ धाम में संचार सेवा पूर्ण तरीके से ठप है। प्राइवेट एजेंसियों से लेकर सरकारी संचार सेवा भी पूर्ण तरीके से ठप हो गई है।
बताया जा रहा है कि बदरीनाथ धाम के पास कंचनगंगा में भारी तूफान आने के बाद लगभग बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 200 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा मारवाड़ी पुल से लेकर विष्णुप्रयाग पुल तक जो नेशनल हाईवे बदरीनाथ धाम को जोड़ता है, वहां भी लगातार दबाव होने से हाईवे क्षतिग्रस्त हो गया है।
रिपोर्ट: नितिन सेमवाल, पत्रकार, जोशीमठ