चमोली: चमोली में कार्यरत 520 मेगावाट की एनटीपीसी जल विद्युत परियोजना की सहायक कंपनियों द्वारा पिछले 4 माह से मजदूरों को वेतन नहीं दिया गया है। कोरोना काल में रोज़ी-रोटी के संकट का सामना कर रहे मज़दूरों ने थक-हारकर गुरुवार को एनटीपीसी पावर हाउस साइट पहुंचकर जमकर हंगामा किया और कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मजदूरों का कहना है कि कोरोना की वजह से एक तो पहले ही रोजी-रोटी से सभी परेशान हैं तो दूसरी तरफ जल विद्युत परियोजना की सहायक कंपनी फिटवेल मजदूरों का वेतन नहीं दे रही है जिससे लोग परेशान हो रहे हैं।
फिटवेल कंपनी में कार्यरत 150 मजदूरों को अक्तूबर, नवंबर, दिसंबर और जनवरी का वेतन अभी तक नहीं मिला है। परेशान मजदूरों ने अब उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए पावर हाउस साइट पर विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। सीटू यूनियन के अध्यक्ष कल्पेश्वर भंडारी का कहना है कि मजदूरों का साथ देने के लिए अब महिलाएं भी आगे आ रही हैं। महिलाओं का कहना है कि कोरोना में लोगों को खाने के लिए राशन तक नहीं मिल रहा है और बच्चों की फीस जमा करने के लिए भी पैसे नहीं हैं। इस पर कंपनी अपनी मनमानी कर रही है जिससे घर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है।
रिपोर्ट: नितिन सेमवाल, पत्रकार, जोशीमठ