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CM के बाद अध्यक्ष बदलने की भी बना दी हैट्रिक! फर्जी पत्र भाजपा की अंदरूनी कलह से उपजी सियासत का नतीजा या फिर ठहरे पानी में पत्थर फेंकने की शरारत, तीन सवाल?

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देहरादून: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी मुख्यालय प्रभारी अरूण सिंह के नाम और हस्ताक्षर वाले सोशल मीडिया में वायरल पत्र को प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने फर्जी करार दे जांच की बात कही है। सोशल मीडिया में वायरल इस फर्जी पत्र में देहरादून की धर्मपुर विधानसभा सीट से विधायक विनोद चमोली को उत्तराखंड भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाने का दावा किया है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष से लेकर प्रभारी तक ने इसे शरारत बताकर जांच और विधिक कार्यवाही का दम भरा है। लेकिन वायरल हुआ यह फर्जी लेकर कई सवाल भी खड़े करता है।

सबसे बड़ा सवाल तो यही कि भला कोई राजनीतिक विरोधी भाजपा के राष्ट्रीय के राष्ट्रीय महासचिव के हस्ताक्षरित फेक पत्र का इस्तेमाल किस मक़सद से करना चाहेगा?


दूसरा सवाल यही कि ऐसे में जब से कांग्रेस ने गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर गढ़वाल क्षेत्र मे भाजपाई रणनीति को झटका दिया है, उसके बाद से सत्ताधारी दल के पॉलिटिकल कॉरिडोर्स में नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर बार-बार चर्चाएं जोर पकड़ती रहती हैं और ये चर्चाएं आज भी शांत नहीं हो पाई हैं। ऐसे में क्या पार्टी कॉरिडोर्स में चलती इन चर्चाओं के बीच किसी ने यह शरारतपूर्ण हरकत कर डाली?


तीसरा बड़ा सवाल यही कि क्या किसी ने जानबूझ कर विनोद चमोली को फर्जी लेटर के ज़रिए नया अध्यक्ष बनाकर उनकी दावेदारी को पंक्चर करने की सियासत खेली है? क्योंकि जब भी गणेश गोदियाल की काट की बात चलती है तब बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट और विधायक विनोद चमोली का नाम ही लिया जाता है। ऐसे में जहां एक तरफ मौजूदा अध्यक्ष मदन कौशिक को बेचैन करने और विनोद चमोली की स्थिति बिगाड़ने( अगर बन रही होगी) का सियासी दांव खेला गया है।

वैसे भाजपा ने जांच की बात कही है लिहाजा सच के सामने आने का इंतजार!

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