
- सीएम पुष्कर सिंह धामी का बड़ा बयान
- विधानसभा में जिस भी कालखंड में गड़बड़ी हुई जांच होगी: सीएम धामी
- UKSSSC पेपर लीक कांड से लेकर विधानसभा में बैकडोर भर्तियों के घोटालेबाज़ नहीं बचेंगे
देहरादून: प्रदेश में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से लेकर विधानसभा में बैकडोर भर्तियों पर बवाल मचा हुआ है। इसी बीच युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के युवाओं को बड़ा आश्वासन देते हुए कहा है कि घोटालेबाज़ों के हाथ चाहे जितने लंबे हों वे बख्शे नहीं जाएंगे। साथ ही सीएम ने यह भी आश्वासन दिया है कि जिन्होंने मेहनत से परीक्षा देकर पास की है उनके साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
वहीं मुख्यमंत्री धामी ने विधानसभा में पिछली तमाम सरकारों के दौरान बैकडोर भर्ती के जरिए हुए गड़बड़ियों की जांच कराने की बात भी कही है। सीएम धामी ने कहा कि विधानसभा संवैधानिक संस्था है और वे स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण से मिलकर बैकडोर भर्ती के माध्यम से हुई गड़बड़ियों की जांच की बात करेंगे और जिस सरकार की जिस भी एजेंसी से जांच कराने को स्पीकर कहेंगी वे उसका आदेश कर देंगे।
मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों में आ रही गड़बड़ी की शिकायतों पर कहा कि यह बहुत ही गंभीर विषय है तथा हमारे प्रदेश के सभी नौजवानों के रोजगार से जुड़ा मामला है। सीएम धामी ने कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों में जहां भी गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है वहां हमने सख्त जांच के आदेश दे दिये हैं।
सीएम ने कहा कि कुछ मामले एसटीएफ को दिये गये हैं एवं कुछ पर विजिलेंस को नियुक्त किया गया है। सभी मामलों पर कार्यवाही चल रही है जिसका परिणाम आप सभी के सामने आ भी रहा है कि अभी तक कुल 25 गिरफ्तारी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि भर्ती घोटालों में किसी को भी नही बख्शा जायेगा, चाहे किसी के हाथ कितने भी लम्बे क्यों न हो कानून द्वारा अपना काम किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे हम आगे के लिये भी एक नजीर बनाना चाहते हैं जिससे इस घटना की पुनरावृति न हो क्योंकि हमें अपने बेटे-बेटियों के आज और कल की चिंता है, उनके वर्तमान एवं भविष्य का सवाल है। हमें प्रदेश में भर्ती प्रक्रियाओं का ऐसा सिस्टम बनाना होगा कि आगे भविष्य में कोई इस तरह का कृत्य करने की सोच भी न सके। लगातार जांचे चल रही है जिसके परिणाम धीरे-धीरे आप सभी के समक्ष आते जा रहे हैं।
विधानसभा में नियुक्तियों में गड़बड़ी की आ रही शिकायतों पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है, और हम विधानसभा स्पीकर से अनुरोध करेंगे कि विधानसभा में जितनी भी भर्तियां हुई है और जिनमें शिकायत आ रही हैं, वो नियुक्ति चाहे किसी भी कालखण्ड की हो उनमें निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जांच के विषय में राज्य सरकार से जो भी सहयोग मांगा जायेगा वह दिया जायेगा।