सरकुंडा देवी मंदिर का रोपवे बीच रास्ते अटका, हवा में झूलते रहे विधायक किशोर और 50 टूरिस्ट, मंत्री महाराज बेखबर, अस्पताल के गेट पर प्रसव, जांच का झुनझुना बजाते धनदा

TheNewsAdda

देहरादून: उत्तराखंड सरकार के कई मंत्रियों के विभागों के हालात बद से बदतर होते जा रहे, आए दिन ऐसे उदाहरण चीख चीख कर बता रहे कि देहरादून की बैठकों में हवाई योजनाओं का खाका खींचने की बजाय जमीन के हालात जानने की जहमत भी धामी सरकार के मंत्री उठाएं। दो दिनों की दो घटनाओं ने धामी सरकार के दो मंत्रियों के विभागों में कामकाज किस अंदाज में गंभीरतापूर्वक हो रहा इसकी पोल खोल कर बता दिया है।

सूबे को अरसे बाद स्वास्थ्य मंत्री मिले लेकिन डॉ धन सिंह रावत योजनाओं का खाका बैठकों में खींचते फिर रहे हैं और तजुर्बा करने को गुजरात से लेकर चंडीगढ़ तक भागदौड़ रहे। लेकिन पहाड़ प्रदेश की हकीकत यह है कि गर्भवती महिला को समय पर अस्पताल और डॉक्टर तक नहीं मिल पा रहे जिसके चलते हल्द्वानी में महिला अस्पताल के गेट पर गर्भवती महिला का प्रसव हो जाता है। अब चौतरफा स्वास्थ्य महकमे की थू थू हो रही तो स्वास्थ्य मंत्री के नाते डॉ धन सिंह रावत ने जांच का झुनझुना बजा दिया है। मानो जांच के बाद उप जिला अस्पताल खटीमा और सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी के जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा। ठीक वैसे ही जैसे एक डॉक्टर को तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव की पत्नी की तीमारदारी में घर तक दौड़ लगाने और अपमानित होने के बाद तबादला लेटर थमाई देने पर डॉ पंकज कुमार पांडे को दंडित कर दिखाया था?


सवाल है कि स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत किस किस मामले की जांच कर दोषियों को दंडित करेंगे? पिथौरागढ़ जिले के बोना गांव में PHC में तैनात एकमात्र डॉक्टर को बगैर नए डॉक्टर की तैनाती के मदकोट PHC में अटैच कर दिया गया है। नतीजा ये रहा कि एक बीमार महिला को लेकर ग्रामीणों को 30किलोमीटर पैदल सफर कर मरीज को डोली से दूसरे अस्पताल तक लेकर जाना पड़ा। ताज्जुब ये है कि DM ने बोना गांव में डॉक्टर की तैनाती के आदेश दिए थे और अब सीएमओ से पूछो तो उन्हें खबर ही नहीं कि डिप्टी सीएमओ ने कब चुपके से बोना गांव से एकमात्र डॉक्टर को मदकोट PHC अटैक कर दिया। अब स्वास्थ्य मंत्री जी कृपया इस मामले की भी जांच करा लीजिएगा!

दूसरी घोर लापरवाही देखने को मिली सुरकुंडा देवी रोपवे के आधे घंटे तक हवा में अटक जाने और भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय सहित 50 से अधिक यात्रियों के जीवन और मौत के बीच झूलते रहे। अब सवाल है कि चंद दिनों पहले ही रोपवे का संचालन शुरू हुआ था और ऐसी गंभीर लापरवाही हो जाती है कि एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। सवाल है कि दुनिया जहान के टूरिज्म डेस्टिनेशनों के किस्से सुनाते रहने वाले पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज क्या ऐसी घटनाओं को लेकर जागेंगे?


TheNewsAdda
error: Content is protected !!