
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सहज सरल अंदाज फिर चर्चा में
- सीएम जिलों के दौरे में दिनभर जनसंवाद,देर रात्रि तक अफसरों के साथ करते हैं समीक्षा बैठकें
- सुबह सवेरे सुरक्षा और गाड़ियों का लाव लश्कर छोड़ चुपके से निकल पड़ते हैं मॉर्निंग वॉक पर
- सुबह की सैर के बहाने आम लोगों और सड़क किनारे कामकाज,कारोबार कर रहे व्यवसायियों से जमीनी फीडबैक का चतुराई भरा अंदाज
- एनडी तिवारी,भगतदा से लेकर हरदा जैसे खांटी नेता ऐसे ही जानता की नब्ज पर रखते आए हैं हाथ
- जनता से डायरेक्ट कनेक्ट बना सीएम धामी अफसरशाही की बंद कमरों की रिपोर्टिंग कर पाते हैं क्रॉस चेक
पिथौरागढ़/देहरादून: कहते हैं सियासत में आम जनता से अगर किसी नेता का डायरेक्ट कनेक्ट बना रहे तो न केवल कुर्सी बल्कि सियासी क्रीज से उसे लंबे समय तक उखाड़ पाना विरोधियों के लिए नामुमकिन बना रहता है। अपने सरल और सहज अंदाज में जनता से यही जुड़ाव युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रतिद्वंद्वियों से कहीं अधिक संभावनाशील बनाता है।
तभी तो धुर राजनीतिक विरोधी होने के बावजूद पिछले दिनों रुद्रप्रयाग में सड़क किनारे टी शॉप पर आम लोगों के साथ चाय की चुस्कियां लेते देख पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपनी पार्टी के कर्ताधाताओं को 2024 और 2027 के चुनावों को लेकर कहीं अधिक गंभीर होकर जमीन पर उतरने का मैसेज दे दिया था। जाहिर है जब हरदा जैसा दिग्गज सीएम धामी का फैन दिखा तो अब एक बार फिर विरोधियों को सीएम धामी की रविवार को सोशल मीडिया में वायरल होती ये तस्वीरें बेचैन कर सकती हैं।
हुआ यूं कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार से दो दिवसीय पिथौरागढ़ जनपद दौरे हैं। शनिवार को सीएम धामी ने ‘मुख्य सेवक जनता के द्वार’ जन संवाद और शरदोत्सव कार्यक्रम में शिरकत की। साथ ही कई विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया और चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा भी की। देर रात्रि तक मुख्यमंत्री धामी अफसरों और जन प्रतिनिधियों के साथ बैठकें करते रहे और सुबह सवेरे सुरक्षा का तामझाम और गाड़ियों का लाव लश्कर छोड़कर मुख्यमंत्री मॉर्निग वॉक पर निकल पड़े।
मॉर्निंग वॉक पर निकले सीएम धामी को जैसे ही सड़क किनारे ‘नवीन बोरा टी शॉप’ नजर आई तो पहुंच गए ठंड में गरमा गरम चाय की चुस्कियों के साथ आम लोगों से गपशप और सरकार के कामकाज पर चर्चा करने। अब आम लोगों के बीच पहुंचकर चाय की चुस्कियां लेते CM धामी की तस्वीरें वायरल होने लगी तो उनकी चर्चा दून तक भी पहुंच गई। आम लोगों से चाय पर चर्चा के बाद सीएम धामी की नजर पिकनिक पर जा रहे स्टैफर्ड पब्लिक स्कूल के बच्चों पर पड़ी तो बच्चों से मिलने को मुख्यमंत्री चढ़ गए उनकी बस में।

एक पल के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपने बीच यूं अचानक पाकर स्कूली बच्चे चौंक गए लेकिन अगले ही पल जब धामी पास बैठकर हाल चाल पूछने लगे तो बच्चे भी चहक उठे। पिकनिक पर आए बच्चों ने जमकर सीएम संग सेल्फी ली तो धामी ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
बच्चों से लेकर स्थानीय लोगों में एक खास तरह की खुशी और जोश देखने को मिला जब मुख्यमंत्री धामी ने उनके साथ चर्चा की और हालचाल पूछा। वैसे कौन नहीं चाहेगा कि प्रदेश का मुख्य सेवक बिना किसी सुरक्षा और तामझाम के सीधे लोगों से मिले!
बहरहाल, यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने जनपद भ्रमण के दौरान देर रात्रि की समीक्षा बैठकों के बाद सुबह-सवेरे की सैर के बहाने अपने लोगों के बीच पहुंचे हों। मुख्यमंत्री धामी रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और खटीमा में भी रात्रि विश्राम के बाद मॉर्निंग वॉक पर निकल स्थानीय लोगों से बातचीत करते हुए देखे गए हैं।
इसे देखकर कहा जा सकता है कि सुबह सवेरे सीधे अपने आम लोगों के बीच उतरकर मुख्यमंत्री धामी जहां खुद के बेहद सहज और सरल होने का अहसास कराते हैं। साथ ही अपनी इस खास शैली के माध्यम से वे लोगों से डायरेक्ट कनेक्ट बनाकर उनके क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों का जमीनी फीडबैक भी ले लेते हैं। आखिर सचिवालय से लेकर कलेक्ट्रेट तक सिर्फ अफसरशाही सिर्फ लफ्फाजी कर रही है या जमीन पर फाइलों में दौड़ रही योजनाएं जमीन पर आम लोगों की जिंदगी में फर्क भी ला रही, इसका फीडबैक धरातल पर उतरकर ही मिल पाएगा।
मुख्यमंत्री धामी से बेहतर इस तथ्य को कौन जान सकता है। जाहिर है मुख्यमंत्री का यह सहज-सरल अंदाज- ए- बयां बाकी जनपद के अफसरों के लिए संदेश भी है, काम पर लगिए क्योंकि जनता के मुख्यमंत्री अगली बार आपके जनपद ही आ रहे…
