देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्तरीय तीलू रोतैली नारी शक्ति सम्मान की बीजेपी महिला मोर्चा में बंदरबाँट करा डाली अब विधानसभा के मॉनसून सत्र में विपक्ष इसे लेकर सवाल पूछेगा लिहाजा जवाब खोजने में शासन और अफसरोें के पसीने छूट रहे हैं। The News Adda ने आपको बताया था कि कैसे कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल की बेटी से लेकर बीजेपी महिला मोर्चा पदाधिकारियों और चहेतों में तीलू रौतेली पुरस्कार की बंदरबाँट कर दी गई थी। अब इस मुद्दे पर सरकार को सदन में फजीहत की चिन्ता सता रही। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने छापा मारकर चंद्रनगर स्थित केन्द्रीय औषधि भंडार में कोविड जंग के लाखों के उपकरण खुले में सड़ते दिखाए थे जिसने धामी सरकार की तीसरी लहर की तैयारियों की पोल खोल दी। अब विपक्ष इस लापरवाही पर भी सरकार से जवाब माँगेगा।
हरिद्वार महाकुंभ में कैसे लाखों फ़र्ज़ी कोविड टेस्ट कर सरकारी राजस्व को करोड़ों का चूना लगाया गया और फ़र्ज़ी कोविड जांच घोटाले का भंडाफोड़ होने के बाद कैसे तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला उसे लेकर सरकार पर जाँच में लीपापोती करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष जवाब माँगेगा। बेरोज़गारी पौने पांच सालों में नई ऊँचाइयाँ छूती रही है और इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सात लाख नौकरियाँ बांट दी तो तीरथ दो लाख और मुख्यमंत्री धामी एक लाख नौकरियाँ बांटने का दावा कर रहे लेकिन जमीनी हकीकत बताती है कि बेरोज़गारी की दर अपने उच्चतम स्तर पर है। देवसथानम बोर्ड पर आक्रामक होता आंदोलन अब चुनावी वर्ष में इस मानसून सत्र में सरकार के लिए बड़ा सिरदर्द है। पंडा पुरोहित आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं और सीएम धामी की हाई पॉवर कमेटी की कवायद शुरू होने से पहले ही फ़्लॉप हो चुकी है।
युवाओं के बीच जोर पकड़ती मजबूत भू-क़ानून की मांग युवा मुख्यमंत्री धामी के लिए ऐसी चुनौती बनकर उबरी है जिसको टालना चुनावी घाटे का सौदा साबित हो सकता है क्योंकि इसे लेकर लगातार आवाज मुखर होती जा रही है। इसके अलावा कार्मिकों से जुड़े गोल्डन कार्ड के सफ़ेद हाथी साबित होने, कृषि क़ानूनों पर हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर में किसानों की नाराजगी से दो दर्जन से ज्यादा मुद्दों पर आए सवालों ने शासन और सरकार को बेचैन कर रखा है।
हालाँकि मुख्य सचिव डॉ एसएस संधु ने विभागीय अधिकारियों के पहले से होमवर्क कर लेने को इसलिए भी कहा है क्योंकि प्रश्नकाल के अलावा कई बार शून्यकाल में नियम 58 के तहत तात्कालिक तौर पर ज्वलंत मुद्दे उठाकर सरकार से जवाब माँगा जाता है। ऐसे हालात में मंत्री बगले न झाँके लिहाजा अधिकारियों को पहले से होमवर्क कर रेडी रहने को कहा गया है।
सोमवार को दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई।
मंगलवार को प्रश्नकाल और शून्यकाल चलेगा।
चार बजे मुख्यमंत्री धामी अनूपूरक बजट लेकर आएंगे।
मंगलवार को विपक्ष लेकर आएगा काम रोको प्रस्ताव।
कोविड जंग में फेल रही सरकार: विपक्ष
जिलोें के गठन, नंदा गौरा योजना के लाभार्थियोें को मदद नहीं।
जाति प्रमाण पत्र बनवाने में लोगों को हो रही दिक़्क़तें।
धारचूला क्षेत्र में इंटरनेट/नेटवर्किंग की समस्या।
आज सरकार ये विधेयक पेश करेगी
- आइएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक।
- डीआइटी विश्वविद्यालय(संशोधन) विधेयक।
- उत्तराखंड माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक।
- हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक।
- उत्तराखंड फल पौधशाला (विनियमन) विधेयक।
- उत्तराखंड नगर निकायों एवं प्राधिकरणों के लिए विशेष प्रविधान (संशोधन) विधेयक।
- उत्तराखंड विनियोग (2021-22 का अनुपूरक) विधेयक।