देहरादून: चुनाव नतीजों को लेकर अब महज एक हफ्ते का इंतजार शेष है। तमाम तरह के क़यास भाजपा और कांग्रेस कॉरिडोर्स में लगाए जा रहे हैं। जीत के दावे दोनों तरफ खूब हो रहे लेकिन भाजपा में इस बार ज़बरदस्त भितरघात होने की आशंका जताई जा रही है। यहाँ तक कहा जा रहा कि अक्सर चुनावी माहौल में कांग्रेस में जिस तरह की अंदरूनी मार-काट होती रही है, इस बार ये नजारा भाजपा में दिखा है। इसकी तस्दीक़ गुरुवार को देहरादून प्रदेश पार्टी मुख्यालय पहुँचे भाजपा विधायक ने कर दी।
हुआ यूं कि ऊधमसिंहनगर जिले से देहरादून पहुँचे विधायक ने पार्टी मुख्यालय में एक वरिष्ठ नेता से मुलाकात कर अपना दर्द बयां किया। कठिन चुनावी लड़ाई लड़ रहे अपने पार्टी विधायक तो ढाँढस बँधाते वरिष्ठ नेताजी ने कहा कि चिन्ता न करें जीत आपकी ही होगी। लेकिन अपने विधानसभा क्षेत्र से ग्राउंड का पूरा फीडबैक लेकर पहुँचे विधायकजी ने रुआंसा होकर कहा कि बस जीता दीजिए वरना यहीं पीछे कमरों के बाहर जिनके नाम की पट्टियां लगी हैं उनमें कईयों ने हराने के लिए कोई कोरकसर नहीं छोड़ी!
विधायकजी ने संगठन से लेकर सरकार के दो-तीन दिग्गजों का नाम लेकर दर्द बयां किया कि बागी खड़ा कराकर चार-पांच हजार वोट का नुकसान कराने से लेकर हर तरह की मदद यहां के दो-तीन सूरमा पहुँचा रहे। दर्द और गुस्से का पूरा गुबार निकालने के बाद अंत में विधायकजी ने खुद ही उम्मीदों का आसमान बँधाते कहा कि बस अबके फिर से मोदीजी का मैजिक चल जाए!
दरअसल यह ऊधमसिंहनगर की किसी एक सीट भर का मुद्दा नहीं है। देहरादून की कैंट और रायपुर जैसी सीटो से लेकर हरिद्वार शहर, हरिद्वार ग्रामीण सहित पर्वतीय जिलों की सीटों पर जमकर भितरघात हुआ है। यहाँ तक कि खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी की खटीमा सीट पर भी संगठन से लेकर सरकार के कुछ किरदारों पर ज़बरदस्त भितरघात कराने के आरोप चर्चाओं में लग रहे।
यह तय है कि नतीजों से पहले अभी भले इशारों में या दबी जुबान में भितरघातियों पर निशाना साधा जा रहा हो लेकिन 10 मार्च की दोपहर बाद इस खेल के असल परिणाम आने लगेंगे। संजय गुप्ता ने शुरूआती रुझानों के संकेत दे दिए थे और उसके बाद कई विधायकों का भी यही दर्द छलक चुका है। अब ऊधमसिंहनगर के विधायकजी का पार्टी कार्यालय में वरिष्ठ नेताजी के समक्ष छलका दर्द संकेत दे रहा कि भितरघात की गम्भीर चोट लग चुकी है और घाव धीरे-धीरे रिस रहे, फोड़ा जल्द फूटेगा।