
रामनगर: कांग्रेस ने सोमवार शाम अपनी सेंकेड लिस्ट जारी की जिसमें पूर्व सीएम हरीश रावत को नैनीताल जिले की रामनगर सीट से टिकट दे दिया है। रामनगर से रणजीत रावत 2017 की मोदी सूनामी में चुनाव हार गए थे और 2022 में भी उनकी दावेदारी थी। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने हरदा को रामनगर देकर रणजीत को सल्ट शिफ्ट होने का ऑफर दिया है। लेकिन 2017 से ही रामनगर में सक्रिय रणजीत रावत किसी क़ीमत पर इसे छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
चर्चा तो यहाँ तक है कि रणजीत रावत निर्दलीय ताल ठोककर हरदा की मुश्किलें बढ़ाने का मन बना रहे हैं। मंगलवार को रामनगर में रणजीत रावत के आवास पर उनके समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ा और रणजीत रावत के पक्ष में जमकर नारेबाज़ी की। हालाँकि कांग्रेस नेतृत्व ने प्रीतम सिंह से लेकर तमाम नेताओं को रणजीत रावत को मनाने का ज़िम्मा दिया है लेकिन अभी तक उनका स्टैंड रामनगर से ही चुनाव लड़ने का है।
इतना ही नहीं रामनगर में बूथों पर एक खास तरह का कैंपेन भी शुरू हो गया है जिसके तहत लोग हाथों में पोस्टर लिए हुए हैं जिस पर नारा लिखा है.’ हरीश रावत नहीं हमें रणजीत रावत चाहिए।’
इस तरह के सैंकड़ों पोस्टर सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं और इसके बाद कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है।
बड़ा सवाल है कि क्या कांग्रेस रामनगर में उलझती जा रही है?अगर रणजीत रावत को नहीं सल्ट के लिए नहीं राज़ी किया गया तो ये बगावत कहीं हरदा को भारी न पड़ जाए? कल की टिकटों के बाद बगावत रामनगर में नहीं लालकुआं, कालाढूंगी, ऋषिकेश से लेकर डोईवाला तक दिख रही है।



