Pure पॉलिटिक्स: उत्तराखण्ड विधानसभा के मानसून सत्र में खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने खुलासा किया था कि सहारनपुर वाले ठग गुप्ता बंधु 500 करोड़ रुपये में पुष्कर सिंह धामी सरकार को गिराने की साज़िश रच रहे हैं। हालाँकि विधानसभा सत्र के दौरान तो ना सत्तपक्ष यानी बीजेपी के किसी विधायक, मंत्री ने इस पर सवाल उठाया और ना विपक्ष की तरफ़ से ही कुछ कहा गया। यहाँ तक कि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण भी ख़ामोश रही लेकिन अब लगातार बीजेपी के भीतर से विरोध की आवाज़ें आ रही हैं।
पहले पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस खुलासे की जाँच की माँग की और अब एक दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी मोर्चा खोल दिया है।
हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र ने आश्चर्य जताया कि निर्दलीय विधायक ने इतनी बड़ी बात सदन में कहकर भारी भ्रम और संदेह की स्थिति पैदा कर डाली लेकिन पक्ष विपक्ष के किसी विधायक ने इसका अब तक खंडन नहीं किया और ना उस समय सदन में स्पीकर ने सबूत माँगने की जहमत उठाई।
टीएसआर ने ख़ुफ़िया एजेंसियों पर भी सवाल उठाया और सरकार से जाँच कर इसका पटाक्षेप करने की माँग की है।