न्यूज़ 360

सीएम टीएसआर ने हीरो मोटोकॉर्प ग्रुप और बालाजी एक्शन बिल्डवेल से सीएसआर के तहत कोरोना जंग में मांगी मदद

Share now

देहरादून:

  • मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हीरो मोटोकॉर्प ग्रुप और बालाजी एक्शन बिल्डवेल के पदाधिकारियों के साथ की वर्चुअल बैठक
  • सीएसआर में राज्य को कोविड से संबंधित सहायता पर विचार-विमर्श

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सहयोग के उद्देश्य से आज देश के जाने-माने उद्योगपति और हीरो मोटोकॉर्प ग्रुप के प्रबंध निदेशक पवन मुंजाल से वर्चुअल मीटिंग की। मीटिंग में उन्होंने पवन मुंजाल से चर्चा कर उनसे सीएसआर में कोविड से संबंधित मेडिकल इक्विपमेंट देने का अनुरोध किया। पवन मुंजाल ने राज्य में कोविड की रोकथाम के लिए हरसंभव सहयोग के प्रति मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोविड-19 महामारी पर मिलजुलकर और सभी के सहयोग से ही विजय प्राप्त की जा सकती है। वर्चुअल बैठक में हीरो मोटोकॉर्प ग्रुप के भारतेंदु कवि, एस. जागीरदार और सलोनी भी उपस्थित थीं।

मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने बालाजी एक्शन बिल्डवेल के पदाधिकारियों के साथ भी वर्चुअल बैठक की। बालाजी एक्शन बिल्डवेल ने सितारगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नवनिर्माण और जीर्णोद्धार का प्रस्ताव राज्य सरकार के समक्ष रखा।
मुख्यमंत्री रावत के समक्ष दिए गए प्रस्तुतिकरण में उन्होंने संस्थान का प्रमुख उद्देश्य सितारगंज में विश्व स्तरीय अधोसंरचना वाले अस्पताल का निर्माण करना बताया। उन्होंने बताया कि अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित इस अस्पताल में मरीजों को सभी आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी। अस्पताल में उच्च स्तरीय टेस्टिंग लैब और ब्लड बैंक की सुविधा उपलब्ध होगी साथ ही यहां एलोपैथी चिकित्सा के साथ ही होम्योपैथी और आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से भी उपचार उपलब्ध होगा। उन्होंने बताया कि मरीजों को अस्पताल के कैफेटेरिया और कैंटीन पौष्टिक और संतुलित आहार प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और उनके विस्तार के लिए निजी क्षेत्र को आगे आने और मिलजुलकर कार्य करने की आवश्यकता है। राज्य सरकार द्वारा विश्व स्तरीय अधोसंरचना वाले अस्पताल के निर्माण में हरसंभव सहयोग किया जाएगा।

वर्चुअल मीटिंग
Show More

The News Adda

The News अड्डा एक प्रयास है बिना किसी पूर्वाग्रह के बेबाक़ी से ख़बर को ख़बर की तरह कहने का आख़िर खबर जब किसी के लिये अचार और किसी के सामने लाचार बनती दिखे तब कोई तो अड्डा हो जहां से ख़बर का सही रास्ता भी दिखे और विमर्श का मज़बूत मंच भी मिले. आख़िर ख़बर ही जीवन है.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!