देहरादून/ दिल्ली: मोदी सरकार 2.0 के पहले जंबो कैबिनेट विस्तार में उत्तराखंड को झटका लगा है। कहां तो 2019 में मोदी सरकार में रमेश पोखरियाल निशंक के रूप में कैबिनेट मंत्री मिला जिनको एचआरडी मंत्रालय, जो बाद में शिक्षा मंत्रालय में परिवर्तित हो गया, की भारी भरकम ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी। और कहां दो साल बाद हुए पहले रिशफल/ विस्तार में राज्य को एक नैनीताल सांसद के रूप में राज्यमंत्री पद से संतोष करना पड़ा है क्योंकि निशंक से इस्तीफा ले लिया गया।
अजय भट्ट को दो विभागों, रक्षा और पर्यटन का राज्यमंत्री बनाया गया है। हालाँकि उत्तराखंड के मद्देनज़र दोनों ही विभाग महत्वपूर्ण हैं क्योंकि राज्य सैन्यधाम भी है और पर्यटन प्रदेश भी। लेकिन कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र होकर ज्यादा कामकाज करा सकता है जबकि राज्यमंत्री अपने विभागीय वरिष्ठ मंत्री के सहयोगी के रूप में कार्य करता है।
अगले साल के शुरू में जनवरी-फरवरी-मार्च के मध्य यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में चुनाव हैं और यूपी को इसी के मद्देनज़र 7 मंत्री दिए गए हैं जिसके बाद यूपी से कुल 16 मंत्री हो गए हैं।जबकि गुजरात में 2022 के आख़िर में चुनाव हैं लिहाज़ा वहाँ से मोदी कैबिनेट में छह मंत्री बनाए गए हैं। हिमाचल प्रदेश को भी अनुराग ठाकुर के रूप में कैबिनेट मंत्री मिला है। लेकिन उत्तराखंड को कुछ ख़ास इस कैबिनेट विस्तार से नहीं मिला है।