Justice for Ankita लापता अंकिता का हत्यारा निकला BJP नेता का रिजॉर्ट ऑनर बेटा: रिसेप्शनिस्ट अंकिता पर कस्टमर्स से रिलेशन बनाने का बनाता था प्रेशर, विरोध किया तो मार डाला

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BJP Leader’s son arrested in Receptionist Ankita Bhandari Missing/Murder Case: रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी मिसिंग केस का आखिरकार खुलासा हो गया है। हरिद्वार भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य को अंकिता भंडारी के हत्या के आरोप में अरेस्ट कर लिया गया है। घटना का खुलासा होने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने बीजेपी नेता के बेटे के रिजॉर्ट वनंतरा में तोड़फोड़ कर डाली। कोर्ट ले जाते समय आरोपी पुलकित आर्य की गाड़ी को रोककर भी ग्रामीणों ने तोड़फोड़ की और आरोपियों की पिटाई भी कर दी।

ज्ञात हो कि शातिर पुलकित आर्य के रिजॉर्ट वनंतरा में पौड़ी गढ़वाल के श्रीकोट, पट्टी नंदालस्यूं की निवासी 19 वर्षीय अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट के तौर पर नौकरी करती थी। अंकिता भंडारी 19 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी जिसकी
गुमशुदगी की रिपोर्ट रिजॉर्ट मालिक द्वारा 20 सितंबर को राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में दर्ज कराई गई थी। लेकिन जब राजस्व पुलिस अंकिता भंडारी को नहीं तलाश पाई तो इस केस को 22 अगस्त को राजस्व पुलिस से थाना लक्ष्मणझूला पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया।

अंकिता भंडारी की हत्या का आरोपी बीजेपी नेता विनोद आर्य का बेटा पुलकित आर्य

लक्ष्मनझूला थाना पुलिस को बीजेपी नेता और रिजॉर्ट ऑनर पुलकित आर्य को लेकर जब शक हुआ तो उनसे और कर्मचारियों से कड़ी पूछताछ की और कई अहम जानकारियां जुटाई। पुलिस की सख्ती और पड़ताल के बाद गिरफ्तार किए गए आरोपियों पुलकित आर्य, अंकित और सौरभ भाष्कर ने अंकिता को हत्या का अपराध कबूल कर लिया है।

पुलकित अंकिता पर कस्टमर्स से संबंध बनाने का बनाता था दबाव


पुलिस को जांच पड़ताल और पूछताछ के दौरान पता चला कि बीजेपी नेता का बेटा पुलकित अपने रिजॉर्ट के अन्य कर्मचारियों को अब आरोपी के तौर पर गिरफ्तार हो चुके हैं, के साथ मिलकर कस्टमर्स के साथ संबंध बनाने को लेकर अंकिता पर दबाव बनाता था। दरअसल यह बात अंकिता ने अपने कुछ साथियों को भी बताई थी और इसी को लेकर अंकिता और आरोपियों में 18 सितम्बर को झगड़ा भी हुआ था। उसी के बाद अंकिता को घुमाने के बहाने रिजॉर्ट से बाहर ले जाया जाता है।
रास्ते में पुलकित अन्य दो आरोपियों के साथ मिलकर अंकिता के साथ झगड़ा कर देता है।

कहा सुनी हाथापाई में बदल जाती है और इसमें अंकिता को धक्का लगता है और वह नहर में जा गिरती है। लेकिन इतने बड़े हादसे के बाद भी अंकिता को बचाने की बजाय तीनों आरोपी उसे अपने हाल पर छोड़ रिजॉर्ट लौट आते हैं और गुमशुदगी की नई कहानी गढ़ कर पुलिस और पीड़िता के परिजनों को धोखा देना चाह रहे थे। अब पूछताछ में तीनों ने अपराध स्वीकार कर लिया है लेकिन अभी तक अंकिता चौहान का शव बरामद नहीं हो सका है।

CCTV फुटेज से पकड़ में आ सके शातिर पुलकित और अन्य आरोपी

दरअसल अंकिता की हत्या को अंजाम देकर निश्चिंत हो पुलिस और परिजनों को गुमशुदगी की थ्योरी समझा रहे रिजॉर्ट ऑनर आरोपी पुलकित, मैनेजर सौरभ भाष्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता मान चुके थे कि उनका अपराध अब कभी बेपर्दा नहीं होगा। लेकिन रिजॉर्ट के CCTV फुटेज ने उनके अपराध की गवाही दे दी। रिजॉर्ट के सीसीटीवी फुटेज में दिख गया कि अंकिता तीनों आरोपियों के साथ जा रही हैं। फिर रिजॉर्ट कर्मचारियों से पुलिस ने उगलवाया कि 18 सितंबर को अंकिता भंडारी रात्रि आठ बजे पुलकित, सौरभ और अंकित के साथ बाहर गई लेकिन फिर कभी लौटी नहीं।

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हत्या की रात तीनों आरोपी और अंकिता एक बाइक और एक स्कूटी से निकले थे। आरोपी सौरभ ने इकबाले जुर्म करते हुए पुलिस को बताया कि अंकिता और पुलकित की किसी बात पर कहासुनी हुई थी जिसके बाद पुलकित ने कहा अंकिता गुस्से में है इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं।

चारों एक बाइक और एक स्‍कूटी से रिजॉर्ट से निकले। हम लोग बैराज होते हुए एम्स के पास पंहुचे। तब बैराज चौकी से करीब डेढ़ किमी दूर पुलकित अंधेरे में रुका तो हम भी रुक गए। उसके बाद वहीं हमने शराब पी और मोमो खाए।

हम अंकित व पुलकित चीला रोड पर नहर के किनारे बैठे हुए थे। तभी दोबारा अंकिता व पुलकित के बीच विवाद हुआ। पुलकित ने कहा कि अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती है। हमारी बातें अपने साथियों को बताती है कि हम उसे कस्टमर से सम्बन्ध बनाने के लिये कहते हैं।

इस पर अंकिता गुस्सा हो गयी और उससे हमारी झड़प हो गयी। तब अंकिता ने कहा कि मैं रिजॉर्ट की हकीकत सबको बता दूंगी और इतना कहकर उसने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया। इस पर हमें गुस्सा आ गया। हम नशे में थे, पता नहीं चला कि हम क्या कर रहे हैं। अंकिता हमसे हाथापाई करने लगी तो हमने गुस्से में उसे धक्का दे दिया और वह नहर में गिर गई।

हम घबरा गए और प्लान के तहत रिजॉर्ट पहुंचकर शैफ मनवीर से अंकिता के बारे में पूछने पर कहा कि वह हमारे साथ नहीं थी। प्लान के तहत अंकित ही खाना लेकर अंकिता के कमरे में गया और खाना रखकर आ गया। अगली सुबह पुलकित और अंकित गुप्ता हरिद्वार चले गये और हरिद्वार से पुलकित ने नया मोबाइल और अपने जियो का डमी सिम खरीदा।

प्लान के मुताबिक पुलकित ने रिजॉर्ट में काम करने वाले सौरव बिष्ट को कहा कि अंकिता के कमरे में जाकर उसका फोन ले आओ ताकि सौरव बिष्ट कमरे में जाये और हमें बताये कि अंकिता कमरे में नहीं है और न ही फोन है और यही हुआ। इसके बाद पुलकित ने ही अंकिता की गुमशुदगी की एफआइआर दर्ज कराई ताकि रात में किए अपराध पर पर्दा डाला जा सके।


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