- केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में सीएम पुष्कर सिंह धामी हुए शामिल
भोपाल/देहरादून: सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में आयोजित 23वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक (Central Zonal Council Meeting) की अध्यक्षता की। इस बार बैठक में कनेक्टिविटी, बिजली, नदी जल बंटवारे सहित राज्यों के परस्पर साझा हितों जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।भोपाल में हुई मध्य क्षेत्रीय परिषद की इस बैठक में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और उत्तराखंड (Uttarakhand) राज्य शामिल हुए।
बैठक में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल बारिश के चलते भोपाल नहीं पहुँचे सके लिहाजा दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री वर्चुअली बैठक में शामिल हुए। जबकि उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान केन्द्रीय मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में उपस्थित रहे। मुख्यमंत्रियों के अलावा इन राज्यों के कई मंत्री, मुख्य सचिव और प्रमुख सचिवों सहित केन्द्र-राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में कई अहम माँगें रखी। सीएम धामी ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अनुरोध किया कि अगली बैठक देवभूमि उत्तराखण्ड में आयोजित की जाए। मुख्यमंत्री धामी ने केंद्र के सहयोग से पर्वतीय क्षेत्र में प्राकृतिक जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण हेतु अभियान प्रारम्भ करने के साथ ही उत्तराखण्ड में एक सशक्त वेदर फोरकास्टिंग सिस्टम, डॉप्लर रडार से युक्त अवस्थापना तंत्र के लिये सहयोग करने का अनुरोध भी किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के कुशल मार्गदर्शन में श्रीकेदारपुरी का पुनर्निर्माण, श्रीबदरीनाथ धाम का मास्टर प्लान एवं ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में राज्य सरकार आगे बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री ने बरसाती नदियों से ग्लेशियर आधारित नदियों को जोड़े जाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य अपने वनों, बुग्यालों, ग्लेशियरों का संरक्षण करके राष्ट्र को महत्वपूर्ण इको सिस्टम सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश-विदेश से बहुत अधिक संख्या में तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों का आवागमन राज्य में होता है। कुमाऊँ एवं गढ़वाल क्षेत्र के बीच ग्रीष्मकालीन राजधानी (गैरसैंण) स्थित चौखुटिया क्षेत्र में एक नए एयरपोर्ट की स्थापना किया जाना आर्थिक एवं सामरिक दृष्टि से अत्यन्त आवश्यक है।