न्यूज़ 360

Dhami Govt 2.0 1st Budget: वित्त मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने पेश किया 65571.49 करोड़ का बजट

Share now

वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 65571.49 करोड़ करोड़ रुपये का बजट पेश

कुल राजस्व प्राप्तियां 63 हजार करोड़ जबकि कुल व्यय 65,000 करोड़

1750 करोड़ की लागत से देहरादून से मसूरी परियोजना की भारत सरकार से स्वीकृति।

2812 करोड़ की अर्बन योजना की स्वीकृति।

स्वच्छ पेयजल के लिए जायका के माध्यम से 1600 करोड़ की योजना।

14,387 करोड़ की वाह्य सहायतित योजना की केंद्र ने दी सौगात

1930 करोड़ की योजना से टिहरी झील का विकास

देहरादून: उत्तराखंड की धामी सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अपना बजट पिटारा खोल दिया है। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा के सदन में 65 हज़ार करोड़ का बजट पेश किया। मार्च में नई सरकार गठन के बाद 3 माह के लिए धामी सरकार लेखानुदान लेकर आई थी। बजट में सरकार ने ख़र्च कम करने और आय के संसाधन बढ़ाने का संकल्प दोहराया है। 

बजट भाषण की खास बातें:

जनता के सुझावों से तैयार उम्मीदों का बजट: वित्तमंत्री अग्रवाल

अटल आयुष्मान योजना के लिए 310 करोड़

 अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 में रु 310 करोड़

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 मेंरु 297.84 करोड़

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 में रु 311.76 करोड़ की धनराशि का प्रावधान

स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में रु 205 करोड़ का प्रावधान

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 में रु 105.41 करोड़ की धनराशि का प्रावधान

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में रु 112.38 करोड़ की धनराशि का प्रावधान

वृद्धजनों, निराश्रित विधवाओं, दिव्यांगों, आर्थिक रूप से कमजोर किसानों, परित्यक्त महिलाओं को पेंशन हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 में रु 1500 करोड़ की धनराशि का प्रावधान

अन्त्योदय कार्ड धारकों को एक वर्ष में तीन (03) निःशुल्क एलपीजी सिलेण्डर के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु रु 55.50 करोड़ का प्रावधान

Show More

The News Adda

The News अड्डा एक प्रयास है बिना किसी पूर्वाग्रह के बेबाक़ी से ख़बर को ख़बर की तरह कहने का आख़िर खबर जब किसी के लिये अचार और किसी के सामने लाचार बनती दिखे तब कोई तो अड्डा हो जहां से ख़बर का सही रास्ता भी दिखे और विमर्श का मज़बूत मंच भी मिले. आख़िर ख़बर ही जीवन है.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!