कार्मिक महासंघ के साथ राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की मैराथन बैठक में आज हुआ फैसला
एक सप्ताह बाद पुनः महासंघ के साथ आज हुये फैसलों की प्रगति समीक्षा बैठक होगीः दीपक जोशी
देहरादून: गोल्डन कार्ड की बेहतर चिकित्सा सुविधाओं से वंचित प्रदेश कार्मिक, शिक्षक पेशनर्स व उनके आक्षित सदस्यों की पीड़ा का निदान किये जाने, प्रतिमाह अंशदान की कटौती के बाद भी वाजिफ उपचार/सुविधायें प्राप्त न होने का जिम्मेवार राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को मानते हुये आज अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार उत्तराखण्ड अधिकारी-कार्मिक-शिक्षक महासंघ द्वारा प्रदेश अध्यक्ष श्री दीपक जोशी एवं महामंत्री श्री जगमोहन सिंह नेगी के नेतृत्व में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण का घेराव एवं एक दिवसीय धरना कार्यक्रम नारेबाजी और उग्रता के साथ किया गया। आज के कार्यक्रमानुसार प्रातः 11.00 बजे से ही सचिवालय तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी-कार्मिक, शिक्षक वं पेंशनर्स वर्ग की एक बडी संख्या आई0टी0 पार्क, सहस्त्रधारा रोड में एकत्रित होकर रैली के रूप में नारेबाजी के साथ प्राधिकरण पर गरजना की गयी तथा वहॉं काफी देर तक प्राधिकरण की उपेक्षापूर्ण व उदासीन रवैये के खिलाफ खुलकर आक्रोश व्यक्त किया गया तथा प्राधिकरण के अन्दर दाखिल होने को लेकर पुलिस से काफी देर तक धक्कामुक्की वं जोर आजमाईश होती रही, उसके बाद प्राधिकरण के गेट के बाहर पर ही प्रदर्शन करते हुये वहीं पर सभा की गयी। आज के धरना प्रदर्शन में राज्य के दूर-दराज के जनपदों से भी काफी संख्या में कर्मचारी, अधिकारी, शिक्षक व पेंशनर्स व महिला कार्मिकों की उपस्थिति रही।
सभा में निगम, निकाय कर्मचारी महासंघ की ओर से प्रदेश अध्यक्ष सूर्यप्रकाश राणाकोटी निगम निकाय के कार्मिकों के दल बल के साथ पहुॅंचे, जबकि पेंशनर्स एसो0 के संरक्षक आर0एस0 परिहार व कार्यवाहक अध्यक्ष कृषाली के नेतृत्व में काफी संख्या में पहॅुचे वयोवृद्ध पेंशनर्स की उपस्थिति मुख्य भूमिका में रही।
साथ ही समानता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व इंजी0 नवीन काण्डपाल सहित शिक्षक संघों के पदाधिकारियों के साथ प्रधानाचार्य एसो0 के अध्यक्षों की उपस्थिति अत्यन्त गरिमामयी रही। सभा में सभी वक्ताओं द्वारा गोल्डन कार्ड की खामियों व परेशानी से पीडित होने का संज्ञान कराकर इसे सुधारे जाने हेतु विलम्ब एवं महत्वपूर्ण सुझावों के उपरान्त सभी वक्ताओं की वेदनाओं का संज्ञान लेकर दिनांक 16.08.2022 को प्रातः 11.00 बजे से घंटाघर से स्वास्थ्य मंत्री के यमुना कालोनी आवास तक आक्रोश रैली निकाले जाने का निर्णय सभा स्थल पर सभी की सर्वसम्मति से लिया गया।
इसी मध्य राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष डी0के0 कोटिया द्वारा सभा स्थल पर आन्दोलित महासंघ को वार्ता हेतु बुलाये जाने पर सभा स्थल पर पहॅुचे एस0डी0एम0 सदर को ज्ञापन देते हुये दीपक जोशी के नेतृत्व में 10-15 लोगों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने वार्ता हेतु अध्यक्ष राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के दफ्तर में दस्तक दी।
लगभग 2 घंटे से अधिक लम्बी चली बैठक में गोल्डन कार्ड की अव्यवस्थाओं पर गहरा प्रकाश डालते हुये महासंघ की ओर से कार्मिकों, शिक्षकों पेंशनर्स का प्रभावी पक्ष रखते हुये राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की उदासीनता पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया, साथ ही प्राधिकरण की कार्य प्रणाली द्वारा इस योजना में रूकावट लाये जाने का स्पष्ट आरोप लगाया गया। साथ ही प्राधिकरण के स्तर से चिकित्सा बिलो को वापस कर दिये जाने पर गहरा असन्तोष प्रकट करते हुये ऐसे कार्मिकों/अधीनस्थ पर तत्काल कार्यवाही किये जाने की मांग की गयी।
वार्ता बैठक में अध्यक्ष स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा स्वीकार किया गया की व्यापक प्रचार प्रसार की कमी के कारण गोल्डन कार्ड की योजना का सही प्रकार से क्रियान्वयन नहीं हो पाया तथा ना ही इसकी सही जानकारी जैसे सीजीएचएस के चिकित्सालय इसकी निर्धारित दरो की पूर्ण जानकारी कार्मिकों पेंशनर्स को नहीं हो पा रही है तय किया गया कि पूरे भारतवर्ष में सीजीएचएस की दरों पर सूचीबद्ध लगभग 2000 चिकित्सालय की सूची सीजीएचएस के रेट लिस्ट सहित सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों व महानिदेशालय स्वास्थ्य के साथ-साथ सभी विभागों को दिशानिर्देशों के साथ प्रेषित की जाएगी जिससे इस सुविधा के बारे में अधिक से अधिक उपयोगी जानकारी व सीजीएचएस की दरों ही लाभदायक जानकारी सभी कार्मिकों पेंशनर्स को प्राप्त हो सके।
इसके साथ साथ आईपीडी के साथ ओपीडी को भी कैशलेस किए जाने पर काफी विचार विमर्श किया गया तथा ओपीडी को भी कैशलेस किया जाना व्यवहारिक व उपयोगी पाया गया शीघ्र ही इस पर शासन स्तर को प्रस्ताव प्रेषित कर ऐसा निर्णय लिए जाने का आश्वासन दिया गया वार्ता के दौरान महासंघ के अध्यक्ष द्वारा व्यक्त की गई कई जिज्ञासाओं का प्रतिउत्तर स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष द्वारा देते हुए यह आश्वस्त कराया गया कि वर्तमान समय में कुछ ही समय पूर्व ऑनलाइन माध्यम से सीजीएचएस सुविधा युक्त अस्पतालों को आईटी के माध्यम से जोड़ा गया है जिससे अब संपूर्ण भारतवर्ष के लगभग 2000 सीजीएचएस सुविधा प्रदान करने वाले सभी अस्पताल अधिकतम 1 सितंबर तक जुड़ जाएंगे जिससे गोल्डन कार्ड की योजना में आ रही तकनीकी खामी दूर हो जाएगी और आईपीडी के चिकित्सा दावे सरलीकृत रूप से निस्तारित हो सकेंगे।
बैठक में महासंघ की ओर से आपत्ति दर्ज की गई की राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में कार्य स्टाफ नियमित नहीं है जिस कारण उनकी कोई जिम्मेदारी ना होने से गोल्डन कार्ड की खामियां बढ़ रही है जिस कारण स्वास्थ्य महानिदेशालय से तत्काल नियमित कार्मिकों की तैनाती प्राधिकरण में सेवा स्थानांतरण अथवा अन्य किसी रूप में करते हुए राज्य सरकार के किसी अधिकृत कार्मिक व अधिकारी को नोडल के रूप में तैनात किया जाए जिससे कम से कम कार्मिक पेंशनर्स व उनके आश्रितों को उनके चिकित्सा दावों के संबंध में सही जानकारी प्राप्त हो सके इस पर अपेक्षित कार्रवाई अमल में लाए जाने का आश्वासन महासंघ को दिया गया तथा तय किया गया कि महासंघ द्वारा दिए गए ज्ञापन के क्रम में उठाई गई पांच बिंदुओं पर निर्णय कराए जाने के निमित्त आपसी सामंजस्य बनाए जाने हेतु अध्यक्ष स्वास्थ्य प्राधिकरण के स्तर से माननीय स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में सचिव स्वास्थ्य की उपस्थिति में महासंघ के साथ त्रिपक्षीय बैठक तत्काल आहूत कराते हुए गोल्डन कार्ड की उक्त खामियों को दूर किया जाए अन्यथा की स्थिति में महासंघ किसी बड़े व उग्र आंदोलन को अख्तियार करने हेतु विवश होगा इस पर अध्यक्ष स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा दो-चार दिन के भीतर स्वास्थ्य मंत्री जी के लेवल पर बैठक आहूत कराए जाने हेतु समय लिए जाने की बात कही गई तथा आज की बैठक में महासंघ द्वारा उठाए गए छोटे-छोटे महत्वपूर्ण तथ्यों की 1 सप्ताह बाद समीक्षा किए जाने हेतु महासंघ के साथ दिनांक 16 अगस्त 2022 को अपराहन 3:00 बजे बैठक का समय निर्धारित किया गया। इस समय निर्धारण को देखते हुए महासंघ द्वारा दिनांक 16 को प्रस्तावित स्वास्थ्य मंत्री के आवास घेराव कार्यक्रम को तब्दील करते हुए सर्वप्रथम 16 अगस्त की स्थिति तथा इससे पूर्व त्रिपक्षीय बैठक का समय प्राप्त हो जाने की समीक्षा की जाने का निर्णय लिया गया।
आज के धरना कार्यक्रम मे आर एस परिहार, हेमंत पैन्यूली, विमल जोशी, किशन अस्वाल, सीताराम पोखरियाल, विक्रम सिंह रावत, विक्रम सिंह झिंक्वाण, एलपी रतूड़ी, बबीता रानी, वीरेंद्र सिंह गुसाईं, आशुतोष सेमवाल, केदार सिंह फरस्वान, मुकेश ध्यानी, डी एस अस्वाल शेखर पंत सुरेंद्र सिंह बिष्ट सीपी सुयाल, जेपी कुकरेती, कुसुम लता शर्मा, संतन सिंह रावत, शंकर दत्त पाठक, नरेंद्र कडकोटी, चंद्रशेखर ललित शर्मा, अजय कांत शर्मा, डीपी चमोली, कमल नयन रतूड़ी, राकेश डोभाल, कपिल कुमार, सुरेंद्र कुमार, विवेक शाह, सुनील देवली, अजय रावत आदि अनेक सचिवालय कार्मिकों सहित प्रदेश के कई कार्मिक शिक्षक पेंशनर्स की भारी उपस्थिति रही