देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद से लगातार करन माहरा विधासनभा चुनाव में लगातार दूसरी करारी शिकस्त के बाद कमजोर स्थिति में पहुंच चुकी पहाड़ कांग्रेस में नई जान फूंकने को पसीना बहा रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद शायद ही कोई दिन गुज़रा हो जब करन माहरा ने भाजपा सरकार की घेराबंदी को सड़क पर मोर्चा न संभाला हो। महंगाई, बेरोज़गारी से लेकर नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल से पूछताछ को लेकर करन कांग्रेसियों को लेकर संघर्ष करते दिखे हैं।
अब करन माहरा ने धामी सरकार की UKSSSC पेपर लीक के बहाने भ्रष्टाचार,सहकारिता और शिक्षा विभाग में भर्ती घोटाले से लेकर अवैध खनन जैसे मुद्दों पर घेराबंदी के लिए ब्लॉक स्तर तक आंदोलन का ऐलान कर दिया है। प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी ने माहरा के निर्देश पर समस्त ब्लॉक/नगर अध्यक्षों को पत्र लिखकर बुधवार यानी 27 जुलाई को भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री के पुतला दहन को कहा है।
इसमें कहा गया है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के निर्देश पर कांग्रेस पार्टी ने राज्य के अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से वीपीडीओ एवं अन्य पदों के लिए हुई भर्ती परीक्षा में 15-15 लाख रूपये लेकर पेपर बेचने के खुलासे, राज्य के खनन विभाग में हो रहे अवैध खनन तथा घोटाले, सहकारिता विभाग तथा शिक्षा विभाग में हो रहे भर्ती घोटालों के विरोध में 27 जुलाई को प्रदेश के सभी ब्लाक/नगर मुख्यालयों पर उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार एवं मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने का निर्णय लिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने कहा है कि की समस्त ब्लाक/नगर मुख्यालयों पार्टी के सभी पदाधिकारियों, अनुषांगिक संगठनों, विभागों एवं प्रकोष्ठों के अध्यक्ष सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरें। सभी से आग्रह किया गया है कि वे अपने-अपने ब्लाक/नगर मुख्यालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में अपने संगठन/विभाग/प्रकोष्ठ की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। कार्यक्रम से सम्बन्धित समाचार पत्रों की कतरनें/फोटोग्राफ/वीडियो क्लिंपिंग प्रदेश कार्यालय को भी भेजने का कष्ट करें ताकि प्रदेश अध्यक्ष एवं केन्द्रीय नेतृत्व को अवगत कराया जा सके।
ज्ञात हो कि आज ही मुख्यमंत्री धामी ने सख्त संदेश देते हुए कहा है कि UKSSSC से लेकर कई अन्य भर्ती आयोगों के खिलाफ शिकायतें आई हैं जिन पर जल्द एक्शन होगा। अब करन माहरा ने कांग्रेस को इस मुद्दे पर और आक्रामक होकर मोर्चा लेने को कह दिया है। जबकि सहकारिता और शिक्षा विभाग में भर्ती घोटाले और दूसरी गड़बड़ियों को लेकर मंत्री धन सिंह रावत पहले भी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के निशाने पर आ चुके हैं।