
Uttarakhand: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा है कि कंठ तक भ्रष्टाचार में डूब चुकी घोटालों की सरकार का एक और शर्मनाक चेहरा सामने आया है। प्रदेश में सहकारिता विभाग की स्थिति इस गंभीर विषय से जगजाहिर होती है कि बहुउद्देशीय हल्द्वानी किसान सेवा सहकारी समिति के अंतर्गत मिनी बैंक में 6 करोड़ से अधिक गबन की जानकारी सामने आई है। इसमें जिला सहायक निबंधक, सचिव प्रशासक की संलिप्ता की खबर सामने आई है।
उन्होंने कहा कि आश्चर्यजनक है कि अभी तक कोई प्रशासनिक कार्यवाही किसी भी स्तर पर नहीं की गई है। ये पैसा आम जनता की गाढ़ी कमाई का था। एक वर्ष बीतने के बाद सुनने में आ रहा है कि कुछ राशि जमा की गई है। उससे भी आश्चर्यजनक है जिला सहकारी बैंक की इस मामले में चुप्पी साधे रखना है।
नेता प्रतिपक्ष आर्य ने दो टूक पूछा है कि ऐसा कौन प्रभावशाली शख़्स है जिससे वसूली करने में शासन-प्रशासन के हाथ-पाँव फूल गए। उन्होंने कहा कि क्या इसे ये माना जाये कि इस गबन के पीछे प्रभावशाली लोगो का संरक्षण है क्योंकि जब छोटे किसान से ऋण वसूली की बात आती है तो तुरंत 95 क की कार्यवाही अमल में लाई जाती है लेकिन इस विषय पर आज तक एक नोटिस भी नहीं दिया गया। सीडीओ वर्तमान में बैंक की प्रशासक है क्या ये विषय उनकी जानकारी में है या नहीं ?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये गंभीर विषय भाजपा सरकार की लचर व्यवस्था और गहरे जड़ जमा चुके भ्रष्टाचार को उजागर करता है। रामराज्य के नाम पर भाजपा अपने भ्रष्टाचार के साम्राज्य की जड़े प्रदेश के कोने कोने में फैला चुकी है। विभाग, संस्थाएं, टेंडर, भर्ती हर जगह खुलेआम लूट चल रही है।
यशपाल आर्य ने कहा कि इस घोटाले की जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि दोषियों से एक-एक रुपए की ब्याज समेत वसूली की जाये अन्यथा इस विषय को कांग्रेस सदन में पुरजोर तरीके से उठाएगी।