
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी की शानदार जोड़ी : उत्तराखंड को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में मजबूत साझेदारी
पीएम मोदी ने हाथ मिलाकर, पीठ थपथपाकर सीएम धामी को दी शाबासी
मोदी ने कहा – हर सीजन उत्तराखण्ड का पर्यटन रहे ऑन, धामी सरकार के प्रयासों की जमकर सराहना की
Uttarakhand: कहते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ भी यूँ ही ना करते हैं और कहते हैं। उत्तराखंड में शीतकालीन चारधाम यात्रा को प्रोमोट करने आए मोदी ने राज्य में विंटर टूरिज्म को बूस्ट करने के लिए ‘घाम तापो’ का मंत्र दिया तो पुष्कर सिंह धामी को ‘छोटे भाई’ के रूप में संबोधित कर ना केवल राज्य सरकार के कामकाज की सराहना की बल्कि मुख्यमंत्री की पीठ थपथपाकर बड़ा संदेश दे दिया। मंच पर मोदी और धामी के बीच एक बार फिर तस्वीरों से झांकती वो जुगलबंदी और केमिस्ट्री नज़र आई जो अच्छे अच्छों के सियासी गणित को गड़बड़ाने के लिए पर्याप्त है। साफ़ है प्रधानमंत्री की यह एक दिवसीय यात्रा आने वाले सालों में शीतकालीन यात्रा को बढ़ाने में मददगार साबित होगी ही, साथ ही सियासी मोर्चे पर मुख्यमंत्री धामी के लिए भी किसी बूस्टर डोज़ से कम नहीं होगी।
शीतकालीन यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक दिवसीय शीतकालीन यात्रा उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक साबित हुई, जिसमें राज्य के पर्यटन, तीर्थाटन और आर्थिक विकास को लेकर पीएम मोदी ने कई विजन दिए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच शानदार जुगलबंदी भी देखने को मिली। प्रधानमंत्री को जब भी अवसर मिला, उन्होंने मुख्यमंत्री की पीठ थपथपाई, उन्हें प्रोत्साहित किया और राज्य सरकार के प्रयासों की भरपूर सराहना की। भाषण समाप्त होने के बाद जब मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के पास पहुंचे, तो मोदी ने गर्मजोशी से उनका हाथ थामा और उत्साहपूर्वक उनकी पीठ थपथपाकर उनके प्रयासों की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री धामी को “छोटा भाई” और “ऊर्जावान मुख्यमंत्री” कहकर संबोधित किया, जिससे स्पष्ट हुआ कि केंद्र सरकार उत्तराखंड सरकार के कार्यों से कितनी संतुष्ट है। उन्होंने अपनी केदारनाथ यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि यह दशक उत्तराखंड का है और राज्य सरकार शानदार काम कर रही है। चाहे समान नागरिक संहिता का मुद्दा हो या राष्ट्रीय खेलों का आयोजन, मुख्यमंत्री के निर्णय लेने और उन्हें अमल में लाने के अंदाज को शीर्ष स्तर पर काफी पसंद किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से राज्य सरकार की शीतकालीन तीर्थाटन योजना को अभिनव पहल बताते हुए कहा कि इससे पर्यटन को नई गति मिलेगी और राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। उन्होंने इस प्रयास के लिए मुख्यमंत्री और उनकी सरकार की सराहना भी की। हर्षिल में आयोजित जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को क्षेत्रवासियों के जबरदस्त उत्साह का अनुभव भी हुआ। कार्यक्रम के दौरान बार-बार “मोदी-मोदी” के नारे गूंजते रहे, जिस पर प्रधानमंत्री कभी मुस्कराकर तो कभी हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते रहे।
पारंपरिक परिधान और टोपी पहने हुए प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कई आंचलिक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे स्थानीय जनता के प्रति उनका आत्मीय जुड़ाव साफ झलक रहा था। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में 365 दिन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए “घाम तापो पर्यटन” की संकल्पना प्रस्तुत की।
उन्होंने सीमांत गांवों को ‘पहला गांव’ बनाने की सोच को विकास की दिशा में एक बड़ा कदम बताया और कहा कि नेलांग और जादुंग जैसे सीमावर्ती गांवों को फिर से बसाने की योजना से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
इसके अलावा, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब रोपवे परियोजनाओं की स्वीकृति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इनसे धार्मिक पर्यटन को बड़ा लाभ मिलेगा और श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम होगी। प्रधानमंत्री ने राज्य में फिल्म शूटिंग, वेडिंग डेस्टिनेशन और कॉरपोरेट मीटिंग्स जैसे नए पर्यटन आयामों पर ध्यान देने की बात कही, जिससे उत्तराखंड को वैश्विक स्तर पर पर्यटन मानचित्र में एक महत्वपूर्ण स्थान मिल सके। उन्होंने उत्तराखंड के युवाओं, फिल्म निर्माताओं और कंटेंट क्रिएटर्स से अपील की कि वे राज्य के विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने में सहयोग करें।
इसके साथ ही, उन्होंने माणा में हुए हिमस्खलन की घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि आपदा के समय केंद्र सरकार हमेशा उत्तराखंड के साथ खड़ी रहेगी। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा ने उत्तराखंड के विकास को नई दिशा दी है। उनकी और मुख्यमंत्री धामी की जबरदस्त बॉन्डिंग यह संकेत देती है कि आने वाले वर्षों में उत्तराखंड को केंद्र सरकार का पूरा समर्थन मिलेगा, जिससे राज्य का हर क्षेत्र प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू सकेगा।
अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने “गंगा मैया की जय” के उद्घोष के साथ जनता का अभिवादन किया, जिससे पूरे कार्यक्रम स्थल पर जोश और उत्साह का माहौल छा गया।