RTI: पूरी सांसद निधि जारी करा पाए न जो मिली वह आधी भी खर्च सके! पांचों सांसद रहे फिसड्डी

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  • उत्तराखंड के लोकसभा सांसदों की 61 प्रतिशत सांसद निधि नहीं हो पाई खर्च
  • 85 करोड़ की सांसद निधि में से 22.02 करोड़ जारी ही नहीं करा सके सांसद
  • सांसद निधि खर्च करने में अजय टम्टा सबसे आगे, पौड़ी गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत सबसे पीछे

Right to Information News: उत्तराखंड के सांसदों की 61 प्रतिशत यानी 54.49 करोड़ की सांसद निधि खर्च होना शेष है। इसका मतलब यह है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर 2019 का लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे सांसद विकास कार्यों के लिए मिली अपनी सांसद निधि का भी संपूर्ण सदुपयोग करने में फिसड्डी साबित हुए। अब वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है क्योंकि किसी भी दिन चुनाव आयोग आम चुनाव 2024 का बिगुल बजा सकता है। लेकिन जब इन सांसदों का मौजूदा कार्यकाल समाप्त होने को है तब 3 सांसदों की 22.02 करोड़ की सांसद निधि जारी होना शेष है।

केन्द्रीय रक्षा व पर्यटन राज्यमंत्री तथा नैनीताल सांसद अजय भट्ट की 59.55 प्रतिशत यानी 10.30 करोड़ रु की सांसद निधि खर्च ही नहीं हो पाई। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री तथा पौड़ी गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत की 71.55 प्रतिशत यानी 12.34 करोड़ की सांसद निधि खर्च नहीं हो सकी।


दरअसल, काशीपुर के सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने उत्तराखंड के ग्राम विकास आयुक्त कार्यालय से सांसद निधि खर्च सम्बन्धी सूचना मांगी थी जिसके उत्तर में लोक सूचना अधिकारी/उपायुक्त (प्रशासन) हेमंती गुंजियाल द्वारा अपने पत्रांक 2623 के साथ सांसद निधि खर्च के दिसम्बर 2023 के विवरण उपलब्ध कराये गये है जिसमें दिसम्बर 2023 के अंत तक की उत्तराखंड के लोक सभा सांसदों की सांसद निधि खर्च का विवरण दिया गया है।


आरटीआई कार्यकर्ता नदीम को उपलब्ध जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के वर्तमान 5 लोकसभा सांसद कुल 85 करोड़ की सांसद निधि प्राप्त करने के पात्र हैं। लेकिन उन्हें पिछली सांसद निधि किस्त के खर्च सम्बन्धी प्रमाण, आडिट रिपोर्ट आदि प्राप्त न होने के कारण 22.02 करोड़ की सांसद निधि 31 दिसम्बर 2023 तक जारी ही नहीं हुई है। जबकि भारत सरकार से प्राप्त 62.98 करोड़ की सांसद निधि में 3.42 करोड़ का ब्याज जोड़कर कुल 66.4 करोड़ की सांसद निधि में से दिसम्बर 2023 तक 32.47 करोड़ की सांसद निधि खर्च नहीं हो सकी। इस प्रकार दोनों को जोड़ दें तो कुल 88.42 करोड़ की धनराशि, जो कुल सांसद निधि का 61.62 प्रतिशत है, खर्च होना शेष है।


31 दिसम्बर 2023 तक लोकसभा सांसद 17-17 करोड़ रूपये की सांसद निधि भारत सरकार से प्राप्त करने के पात्र है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री तथा हरिद्वार सांसद डा0 रमेश पोखरियाल तथा पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत को ही पूरी 17-17 करोड़ रूपये की सांसद निधि जारी हुई है। जबकि नैनीताल सांसद व केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट की केवल 7 करोड़ 66 लाख 40 हजार, अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा की 11 करोड़ 81 लाख 50 हजार तथा टिहरी सांसद माला राज लक्ष्मी की 9 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि ही भारत सरकार से जारी हो सकी है। इन सांसदों को जो सांसद निधि जारी हुई है वह धनराशि भी ये सांसद विकास कार्यों पर खर्च नहीं कर पाए हैं।


हरिद्वार सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डाॅ0 रमेश पोखरियाल निशंक को उपलब्ध पूरी सांसद निधि 17 करोड़ तथा उस पर 20.75 लाख ब्याज कुल 17 करोड़ 20 लाख 75 हजार की सांसद निधि में से 31 दिसम्बर 23 तक केवल 5 करोड़ 34 लाख 35 हजार की सांसद निधि ही खर्च हो सकी है तथा 11 करोड़ 86 लाख 40 हजार (68.95 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होना शेष है।


नैनीताल सांसद तथा केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट को 17 करोड़ में से केवल 7 करोड़ 66 लाख 40 हजार की सांसद निधि में से 6 करोड़ 99 लाख 73 हजार की सांसद निधि खर्च हो सकी है जबकि 10 करोड़ 30 लाख 9 हजार (59.55 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होना शेष है।


पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत को 17 करोड़ की जारी सांसद निधि तथा इस पर 25.45 लाख ब्याज जोड़कर 17 करोड़ 25 लाख 45 हजार में से 4 करोड़ 90 लाख 83 हजार की सांसद निधि खर्च हो सकी है तथा 12 करोड़ 34 लाख 63 हजार (71.55 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होना शेष है।


अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को 17 करोड़ में से 11 करोड़ 81 लाख 50 हजार की सांसद निधि जारी हुई तथा 5 करोड़ 18 लाख 50 हजार की सांसद निधि जारी होना शेष है। ब्याज 1 करोड़ 5 लाख 91 हजार कुल योग्य 18 करोड़ 5 लाख 91 हजार की सांसद निधि में से 8 करोड़ 51 लाख 59 हजार की सांसद निधि 31 दिसम्बर तक खर्च हो सकी है। जबकि 9 करोड़ 53 लाख 31 हजार (52.79 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होना शेष है।


टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह को 17 करोड़ की सांसद निधि में से 9 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि ही जारी हुई है। 7 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि भारत सरकार से जारी होना शेष है। 1 करोड़ 60 लाख 45 हजार ब्याज जोड़कर कुल खर्च योग्य 18 करोड़ 60 लाख 45 हजार की सांसद निधि में से 31 दिसम्बर 2023 तक 8 करोड़ 15 लाख 90 हजार की सांसद निधि ही खर्च हुई है। तथा 10 करोड़ 44 लाख 55 हजार (56.15 प्रतिशत) की सांसद निधि खर्च होना शेष है।


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