दिल्ली: कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सरकार बाहर भले कितने भी दावे कर रही हो कि इस साल दिसंबर तक सबकी वैक्सीनेशन हो जाएगा। लेकिन संसद में शुक्रवार को सरकार ने सबको वैक्सीनेशन के अपने दावे के उलट सच स्वीकार किया है कि दिसम्बर 2021 तक सबका वैक्सीनेशन नहीं हो पाएगा।
दरअसल कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ने लोकसभा में वैक्सीनेशन पर सवाल पूछा था जिसका सरकार ने लिखित जवाब दिया है। सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि अगस्त से दिसंबर तक 135 करोड़ डोज ही मुहैया हो पाएंगे। ज्ञात हो कि मई में सरकार ने दावा किया था कि अगस्त से दिसंबर तक 215 करोड़ डोज मुहैया करा दिए जाएंगे। सरकार ने उम्मीद ज़रूर जताई है कि 18 साल से ऊपर के सभी नागरिकों का इस साल के अंत तक टीकाकरण हो जाएगा लेकिन सरकार ने कहा है कि टीकाकरण अभियान पूरा करने की समयावधि तय नहीं की जा सकती है।
जाहिर है सरकार वैक्सीने़शन की स्लो स्पीड को लेकर निशाने पर है और कांग्रेस नेता राहुल गांधी इसे लेकर मोदी सरकार पर फेल्योर का आरोप लगाते आ रहे हैं।
ज्ञात हो कि देश में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान का आगाज हुआ था और अब तक 42 करोड़ वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं। 18-44 आयुवर्ग के 13.33 करोड़ लोगों को पहला टीका और 55.55 लाख को दूसरी टीका भी लग चुका है। देश में टीकाकरण अभियान को 188 दिन हो चुके हैं और अभी तक 33.37 करोड़ लोगों को टीके की एक डोज जरूर लग चुकी है। इस लिहाज से रोजाना औसतन 17.7 लाख से ज्यादा वैक्सीन डोज दी गई हैं, जो आज के समय की अनुमानित आबादी का लगभग 23 फीसदी है। एक आकलन के अनुसार अगर इसी रफतार से टीकाकरण चलता रहा तो देश के हर नागरिक को वैक्सीन डोज देने में मार्च 2023 आ जाएगा।