हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और हरिद्वार सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने रविवार को हरिद्वार में संयुक्त कैंप कर जिले का सियासी पारा बढ़ा दिया। हरिद्वार जिले खासकर हरिद्वार लोकसभा सीट को लेकर मुख्यमंत्री धामी की चहलकदमी कई सियासी संदेश भी देती है।
दरअसल उधमसिंहजनगर के अलावा हरिद्वार ही वो जिला है जहां 2022 के विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी पर विपक्षी कांग्रेस बढ़त बनाने में कामयाब रही थी। यहां बीएसपी भी जमीन बचाने में सफल रही थी। लेकिन 2024 के चुनौती के लिहाज से धर्म नगरी हरिद्वार की सियासी बैटल न केवल बीजेपी, सिटिंग सांसद निशंक बल्कि खुद मुख्यमंत्री के लिए भी मैसेज देने के लिहाज से बेहद अहम है।
वैसे भी हरिद्वार में जहां सिटिंग सांसद के नाते तीसरी बार टिकट को लेकर डॉ निशंक का दावा मजबूत है, तो वहीं हरिद्वार से ताल ठोकने वालों में 2002 से लगातार हरिद्वार से विधायक बनते आ रहे पूर्व बीजेपी अध्यक्ष मदन कौशिक हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मोदी-शाह ने ‘मन की बात’ सुन ली तो धर्म नगरी का दंगल लड़ने को तैयार होंगे।
उधर कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत तो हरिद्वार से 2009 दोहराने का सपना देख ही रहे, पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत भी चौबीस की चुनौती का मन बनाकर घूम रहे। जाहिर है हरिद्वार को हॉट सीट होने वाली है जहां से कई पूर्व मुख्यमंत्री, मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री की साख दांव पर रहने वाली है। ऐसे ने सीएम धामी और सांसद निशंक हैं कि समय रहते जुगलबंदी कर हरिद्वार में ‘घर और बाहर’ के विरोधियों की काट तैयार कर ली जाए।
सीएम धामी और निशंक ने डामकोठी में अधिकारियों के साथ हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय से हरिद्वार जनपद में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति को लेकर रिपोर्ट ली। वहीं सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी जन-कल्याणकारी योजनायें चल रही हैं, उनका लाभ अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक अवश्य पहुंचे।
उन्होंने कहा कि समय-समय पर ग्राम सभाओं में चौपालों का आयोजन किया जाये तथा उसमें जिस भी ग्रामवासी की जो भी समस्या हो, उसका समाधान सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ किया जाये। सीएम ने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुये बिजली, पानी की सप्लाई पर विशेष ध्यान दिया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी सब्सिडी की जो भी योजनायें हैं, उनका लाभ समय पर लाभार्थी को दिलाना सुनिश्चित करें तथा जिस किसी भी योजना का कार्डधारक हो, उसे समय पर राशन का वितरण होना चाहिये।
मुख्यमंत्री ने इसी महीने शुरू हो रही चारधाम यात्रा को लेकर अफसरों को निर्देश दिए कि हरिद्वार चारधाम यात्रा का प्रमुख पड़ाव है, जिसको देखते हुये यहां हर तरह की व्यवस्थायें, खासतौर पर हरिद्वार शहर तथा गंगा के घाटों की साफ-सफाई की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाये।
यातायात व्यवस्था के सम्बन्ध में चर्चा करते हुये जिलाधिकारी पांडेय ने बताया कि चारधाम यात्रा को देखते हुये दुधाधारी या अन्य स्थानों पर जाम की स्थिति न बने, इसके लिये विभिन्न वैकल्पिक योजनाओं-भारी वाहनों की “नो एण्ट्री” का समय निर्धारण करना, पार्किंग की उचित व्यवस्था आदि पर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया हैै।
कानून-व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री द्वारा जानकारी लेने पर जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि हनुमान जयन्ती के अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रम निर्विघ्न तथा सकुशल सम्पन्न हुये हैं तथा कानून-व्यवस्था चुस्त एवं दुरूस्त है। इसके अतिरिक्त प्रत्येक आयोजित होने वाली परीक्षाओं को कड़े कदम उठाते हुये नकल विहीन व सकुशल सम्पन्न कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बैठक में जमीन सम्बन्धी प्रकरण आदि पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया तथा दिशा-निर्देश दिये। इससे पहले मुख्यमंत्री ने साक्षी महाराज से शिष्टाचार भेंट की तथा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से हरिद्वार में संचालित हो रही विभिन्न विकास योजनाओं के बारे में भी विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर रानीपुर विधायक आदेश चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक लक्सर संजय गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, महामंत्री आशू चौधरी, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ0 जयपाल सिंह चौहान, सांसद प्रतिनिधि ओम प्रकाश जमदग्नि, पूर्व मेयर मनोज गर्ग, लव शर्मा, मनोज गौतम, अनिल अरोड़ा आशुतोष शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पी0एल0 शाह, एसडीएम पूरण सिंह राणा, एमएनए दयानन्द सरस्वती, भूमि अध्याप्ति अधिकारी ब्रजेश तिवारी सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
उत्तराखंड किसान मोर्चा प्रदेश कार्य समिति बैठक में पहुंचे सीएम धामी
हरिद्वार दौरे पर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुड़की स्थित रजवाड़ा फॉर्म में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा उत्तराखण्ड की प्रदेश कार्य समिति के समापन सत्र में हिस्सा लिया। इस अवसर पर केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा किसानों हेतु चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं पर आधारित स्टालों का अवलोकन किया और शोभा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अन्नदाताओं को धरती पुत्र बताते हुए कहा कि किसानों की मेहनत और पुरुषार्थ के कारण ही हमें भोजन उपलब्ध हो पाता है। किसानों के परिश्रम और अथक प्रयासों के आगे बाकी सब सूक्ष्म है। गांव, किसान और कृषि ही आत्मनिर्भर भारत के तीन आधार स्तंभ हैं, ये जितने मजबूत होंगे आत्मनिर्भर भारत की नींव उतनी ही अधिक मजबूत होगी।
सीएम ने कहा कि देश के संतुलित विकास के लिए ये अत्यंत आवश्यक है कि हमारे किसान, हमारे अन्नदाता , हमारे भूमिपुत्र सशक्त बनें। उन्होंने कहा कि किसानों के सशक्तिकरण के बिना भारत का सशक्तिकरण अधूरा है। विकसित भारत का सपना भी तभी साकार हो सकता है जब हमारा किसान सशक्त होगा। उन्होंने कहा भाजपा किसान मोर्चा के साथियों का काम सरकार और किसानों के बीच एक सेतु का निर्माण करना है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भारत हमेशा एक कृषि प्रधान देश रहा है। खेती-किसानी के इर्द-गिर्द ही हमारा समाज विकसित हुआ, हमारी परम्पराएं पोषित हुईं और हमारे पर्व व त्योहार निर्धारित हुए। कृषि विषय पर भारतीय इतिहास इतना समृद्ध है कि हमारे पास कृषि-पाराशर और कृषि सूक्त जैसे प्राचीन ग्रन्थ उपलब्ध हैं। जिन्होंने खेती और किसानी के उचित तौर-तरीकों के बारे में आम लोगों को बताने का कार्य किया है। हमारे इसी वैज्ञानिक और उन्नत कृषि विज्ञान ने सदियों से भारत को समृद्ध बनाया हुआ है।
सीएम ने कहा कि इतिहास में अनेकों ऐसे वर्णन मिलते हैं जब विदेश से आए हुए लोग, भारत की कृषि पद्धतियों को देखकर हतप्रभ रह गए। माटी को मां मानने वाले भारत के किसानों ने हमेशा अपने मूल कर्तव्य को पूरा किया है। देश के सामने खाद्यान संकट आने पर भी हमारे मेहनती किसानों ने अपने परिश्रम और पसीने से धरती को सींचा है। अपने कर्मठ किसानों की बदौलत भारत आज कृषि उत्पादन में ना केवल आत्मनिर्भर है बल्कि दूसरे देशों का भी पेट भर रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार हमेशा से किसान हितैषी रही है। किसानों का जितना सशक्तिकरण हुआ है वो अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री का मत है कि देश के किसान का आत्मविश्वास देश का सबसे बड़ा सामर्थ्य है। केंद्र सरकार किसानों की दशा सुधारने और कृषि नीतियों को किसान केंद्रित बनाने का कार्य कर रही है। सरकार का निरंतर ये प्रयास है कि दुनिया के बड़े-बड़े देशों के किसानों को जो आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं वो भारत के किसान को भी मिलें।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है कि हमारे किसान के लिए बीज से बाजार तक की यात्रा ना केवल सुगम हो बल्कि ये उसकी आय में वृद्धि करने वाली भी हो। बीते वर्षों में यूरिया की कमी, बिजली कटौती और अव्यवस्थित सिंचाई जैसी किसान की पारंपरिक परेशानियों को कम किया ही गया है, फसल बीमा योजना, सॉइल हेल्थ कार्ड, किसान सम्मान निधि और किसान क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं से किसानों को एक संरक्षित वातावरण भी उपलब्ध करवाया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आज कृषि को आधुनिक और स्मार्ट बनाने के साथ किसान को तकनीकी रूप से सक्षम और बाजार की नब्ज़ पकड़ने वाला बनाया जा रहा है। ऑर्गैनिक फार्मिंग में भारत एक बड़े ग्लोबल प्लेयर के रूप में सामने आया है और जैविक खेती का दायरा देश में लगातार बढ़ रहा है। हमारे उत्तराखंड में अनेकों किसान जड़ी-बूटी और फूलों की खेती कर मुनाफा कमा रहे हैं।
सीएम ने बताया कि राज्य में पहले कुल डेढ़ सौ हेक्टेयर में ही फूलों की खेती होती थी जिसका एरिया अब बढ़ कर 1600 हेक्टेयर से अधिक हो चुका है। कृषि क्षेत्र में नित नए अभिनव प्रयोग हो रहे हैं और नवाचार को हर स्तर पर प्रोत्साहन मिल रहा है। आज का हमारा किसान ड्रोन और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल भी कर रहा है।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे सीमांत किसानों का सशक्तीकरण हमारी पहली प्राथमिकता है। कृषि सम्बंधित नीतियां बनाते हुए विशेष रूप से इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि खेती में छोटे किसानों के लिए कम से कम जोखिम हो। उन्हें उनकी फसल और मेहनत का उचित और त्वरित मूल्य मिले इसके लिए अभूतपूर्व प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा की बीते 1 साल में राज्य सरकार ने कई कार्य किए हैं। समान नागरिक संहिता पर कार्य चल रहा है। कठोर धर्मांतरण कानून बना कर धर्म परिवर्तन पर रोक लगाई है। राज्य में सभी परीक्षाओं को नकल विहिन बनाने के लिए सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। राज्य में नई खेल नीति, नई शिक्षा नीति को भी लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में राज्य के विभिन्न स्थानों से सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण के मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। जिन जगहों पर अतिक्रमण हुआ है उन्हें हटाया जाएगा। साथ ही राज्य के अंतर्गत जल्द ही स्पेशल वेरिफिकेशन ड्राइव चलाया जाएगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार के लिए जनता का हित सर्वोपरि है। हमारी सरकार राज्य हित को प्रथमिकता से लेगी एवं कठोर फैसले लेने से पीछे नहीं हटेगी।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह पुंडीर, विधायक प्रदीप बत्रा, प्रदेश महामंत्री भाजपा आदित्य कोठारी, जिला अध्यक्ष रुड़की शोभाराम प्रजापति एवं अन्य लोग मौजूद रहे।