
Uttarakhand development ‘Navratnas’: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ की धरती से यूं ही नहीं कह दिया था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड के विकास का दशक होगा। अब प्रधानमंत्री मोदी ने केदार धरा पर जो कहा था उसे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केंद्र के सहयोग से धरातल पर उतारने की कोशिश कर रहे हैं। देहरादून और दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाते हुए खुद प्रधानमंत्री मोदी ने एक एक कर गिना दिया कि उत्तराखंड के विकास के वो नवरत्न कौनसे हैं जिनके सहारे युवा मुख्यमंत्री धामी सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड का संकल्प लेकर निकल पड़े हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीजेपी की डबल इंजन सरकार का पूरा जोर उत्तराखंड के विकास के नवरत्नों पर है। प्रधानमंत्री ने बताया कि विकास का पहला रत्न है 1300 करोड़ की लागत से केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य। मोदी ने कहा कि उत्तराखंड के विकास का दूसरा रत्न है 2500 करोड़ से ज्यादा की लागत से बन रहा गौरीकुंड-केदारनाथ रोपवे और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब रोपवे प्रोजेक्ट। पीएम मोदी ने सीएम धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट कुमाऊं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिए शुरू मानसखंड मंदिर माला मिशन को विकास का तीसरा रत्न करार दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के विकास के चौथे रत्न के तौर पर टूरिज्म सेक्टर से जुड़ी होमस्टे योजना को बताया। पीएम ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि उत्तराखंड में अभी तक 4000 से ज्यादा होमस्टे रजिस्टर हो चुके हैं। मोदी ने 16 इको टूरिज्म डेस्टिनेशन के डेवलपमेंट को पांचवां रत्न करार दिया है।
जाहिर है राज्य बनने के बाद से ही उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए इस पर्यटन प्रदेश बनाने का नारा जरूर दिया गया लेकिन राज्य वह पहचान नहीं पा सका। अब डबल इंजन सरकार में सीएम धामी का फोकस इको टूरिज्म पर है और 16 इको टूरिज्म डेस्टिनेशंस के डेवलपमेंट का रोडमैप उसी का परिणाम है जिसे अब प्रधानमंत्री ने भी राज्य के विकास का पांचवां रत्न माना है।
हेल्थ सेक्टर 22 वर्ष के युवा राज्य उत्तराखंड की वो दुखती रग है जिस पर गाहे बगाहे अस्पताल के अभाव में कई-कई किलोमीटर कंधों पर मरीजों को ढोने या फिर डॉक्टर और इलाज के अभाव में गर्भवती महिला के दम तोड़ने की दर्दभरी कहानी हाथ रख देती हैं। यही वजह है कि सीएम धामी ने पहाड़ प्रदेश में हेल्थ सेवाओं को बेहतर करने और कुमाऊं में एम्स का सैटेलाइट सेंटर खोलने का संकल्प लिया। आज प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के विकास का छठा रत्न स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और उधमसिंहनगर में एम्स सैटेलाइट सेंटर को माना।
पीएम मोदी ने 2000 करोड़ की लागत से बन रहे टिहरी लेक डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को सातवां रत्न करार दिया है। जबकि आठवें रत्न के तौर पर प्रधानमंत्री मोदी ने ऋषिकेश और हरिद्वार में डेवलप किए जा रहे एडवेंचर टूरिज्म तथा योग कैपिटल के रूप में विकसित करने को माना है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुमाऊं के लिए बेहद अहम रेल प्रोजेक्ट टनकपुर बागेश्वर रेल लाइन परियोजना को बताया है। जाहिर है मोदी राज में जब ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के जरिए पहाड़ पर रेल चढ़ाने का सपना साकार हो रहा तब प्रधानमंत्री का टनकपुर बागेश्वर रेल प्रोजेक्ट को विकास के नवरत्नों में शुमार करना बड़ी उम्मीद बंधाता है। मुख्यमंत्री बनने के बाद से खुद पुष्कर सिंह धामी भी मानसखंड मंदिर माला मिशन और टनकपुर बागेश्वर रेल लाइन प्रोजेक्ट को लेकर लगातार केंद्र ने पैरवी और प्रयास कर रहे हैं और अब पीएम मोदी का भरोसा सीएम के लिए बड़ी राहत की खबर है।
जाहिर है उत्तराखंड के लिए देहरादून दिल्ली के बीच दौड़ने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात देते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास के नवरत्न का नया मंत्र भी धामी सरकार को थमा गए हैं। अब अगर मोदी-धामी की जुगलबंदी ने विकास के इन नवरत्नों पर फोकस बनाए रखा तो निश्चित ही पहाड़ प्रदेश में प्रगति की नई पटकथा बनती दिखाई देगी।