
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मोदी सरकार के खिलाफ जनमत तैयार करने और अपनी पार्टी को फिर से खड़ा करने की रणनीति के तहत साढ़े 3000 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं। कन्याकुमारी से कश्मीर तक की इस यात्रा के दौरान तमिलनाडु के कन्याकुमारी में पादरी जॉर्ज पोन्नैया से उनकी मुलाकात के बाद बवाल खड़ा हो गया है।
दरअसल राहुल गांधी और पादरी जॉर्ज का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसको लेकर अब सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस में ट्वीटर वॉर और बयानों की बौछार दिख रही है। हुआ यूं कि अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले पादरी जॉर्ज से जब राहुल गांधी मुलाकात करते हैं तो वे एक सवाल पूछते हैं कि जीजस क्राइस्ट ईश्वर का ही एक रूप हैं ना? इस पर पादरी जॉर्ज पोन्नैया विवादित बयान देते कहते हैं-‘ईसा मसीह ही असली भगवान है।’
पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने कहा कि भगवान खुद को असली इंसान के रूप में पेश करते हैं… शक्ति के रूप में नहीं… इसलिए हम व्यक्ति के रूप में भगवान को देख पाते हैं। पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने ईसा मसीह को असली भगवान बताते हुए हिंदू धर्म में पूजी जाने वाली निराकार शक्ति को भगवान मानने से इंकार कर दिया।
इस विवादित बयान के सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद भाजपा कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमलावर हो गई तो विपक्षी पार्टी भी जवाबी हमला बोल रही है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मिले थे जो कहते हैं कि शक्ति के विपरीत यीशु ही इकलौते भगवान हैं। पूनावाला ने कहा यह राहुल गांधी का नफरत जोड़ो अभियान है।
वहीं बीजेपी आई टी सेल इंचार्ज अमित मालवीय ने ट्वीट कर राहुल गांधी पर हमला बोलते कहा कि जो बहुसंख्यक समुदाय को लेकर विवादास्पद रहे पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मिलना राहुल गांधी की भारत जोड़ो का विचार है तो यह यात्रा दिखावा है। मालवीय ने पूछा कि राहुल गांधी नफरत फ़ैलाने वालों के साथ अपना समय क्यों बिता रहे हैं।
भाजपा के वॉर पर पलटवार करते हुए कांग्रेस मीडिया प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि हेट फैक्ट्री का ट्वीट राउंड चल रहा है। ऑडियो में जो कुछ भी है उससे इसका कुछ भी संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के सफल लॉन्च से भाजपा परेशान हो गई है।
ज्ञात हो कि पादरी जॉर्ज पोन्नैया इससे पहले भी बयानों से विवाद खड़े करते रहे हैं। पिछले साल जुलाई में पादरी जॉर्ज पोन्नैया को गिरफ्तार कर लिया गया था जब उन्होंने कोरोना लॉकडाउन के समय चर्च बंद होने और प्रार्थना सभाओं पर रोक को गलत ठहराया था।
इसी 18 जुलाई 2021 की बैठक में पादरी जॉर्ज पोन्नैया प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर भी विवादित टिप्पणी करते हैं। उन्होंने कहा था कि मैं लिखकर देता हूं कि मोदी के आखिरी दिन दयनीय होंगे। लेकिन इस बयान के बाद विवाद बढ़ा तो पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने माफी मांग ली थी।
भारत माता को लेकर भी दे चुके विवादित बयान
पादरी जॉर्ज पोन्नैया मंदिर में प्रवेश से पहले चप्पल उतारने संबंधी एक नेता के बयान पर कह चुके कि हमारी संस्कृति में लोग चप्पलें पहनते हैं ताकि भारत माता की गंदगी हमें गंदा न कर दे।