
रूड़की/देहरादून: यूँ तो बीजेपी चाल, चरित्र और चेहरे की हिमायत करती रही है और अनुशासन का सख्त डंडा चलाने का दम भी खूब भरा जाता रहा है। लेकिन धरातल पर हालात ये हैं कि देहरादून में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में मंत्री डॉ धन सिंह रावत की मौजूदगी में बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘औक़ात’ समझाते नजर आए और मंत्री धनदा बगले झाँकते।
पार्टी ने इस मामले की जांच का दम भरा लेकिन अगले ही दिन यानी रविवार को रूड़की मे बीच चौराहे बीजेपी का अनुशासन तार-तार होता नजर आया। हुआ यूँ कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण होना था। कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद पहुँचे हुए थे लेकिन विधायक देसराज कर्णवाल समर्थकों ने शिलापट्ट से झबरेड़ा विधायक का नाम हटाने का आरोप लगाते हुए हंगामा काटा। मेयर समर्थकों और विधायक समर्थकों में जमकर बवाल होता रहा और कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद मूकदर्शक बनकर तमाशा देखते रहे। बीच-बचाव को बीजेपी ज़िलाध्यक्ष डॉ जसपाल सिंह चौहान कूदे तो उनके साथ भी जमकर नोंक-झोंक हुई।
दरअसल झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के प्रतिनिधि और पार्षद सतीश शर्मा ने मेयर गौरव गोयल पर आरोप लगाया कि शिलापट्ट में विधायक का नाम मेयर से नीचे लिखकर उनका अपमान किया गया है। इसी पर जमकर बवाल कटा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद, मेयर गौरव गोयल, बीजेपी विधायक प्रदीप बत्रा सहित तमाम नेताओं की मौजूदगी में हंगामा होता रहा।
सवाल है कि अभी चुनाव चार माह दूर हैं और अभी से ‘पार्टी विद अ डिफरेंस’ का नारा बीजेपी नेता यूँ चौक-चौराहे तार-तार करने लगे।