Cloudburst in Uttarakhand: शुक्रवार शाम शुरू हुई भारी बारिश ने उत्तराखंड में कहर बरपाया है। टिहरी जिले के धनौल्टी क्षेत्र, पौड़ी के यमकेश्वर और देहरादून के रायपुर में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। राज्य में अभी तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 12 ग्रामीण घायल और 13 लापता हैं। धनौल्टी क्षेत्र में एक घर मलबा आने से ज़मींदोज़ हो गया जिससे हादसे में एक ही परिवार के सात लोग दब गए। यहाँ से दो शव निकाल लिए गए हैं।
देहरादून के रायपुर क्षेत्र में ग्राम सरखेत में बादल फटने से तबाही आई। जबकि भारी बारिश के बाद थानो-रायपुर रोड के बीच में एक पुल टूट गया। यमकेश्वर के कई गाँवों में भी भारी बारिश तबाही बनकर टूटी। भारी बारिश और बादल फटने की सूचना के बाद जहां एसडीआरएफ जवानों ने देवदूत बनकर फंसे लोगों का रात्रि से ही रेस्क्यू अभियान चलाया, वहीं सुबह होते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोर्चा सम्भाल लिया। जबकि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी ग्राउंड जीरो पर पहले ही उतरकर प्रभावितो लोगों तक पहुंच गए थे। कैबिनेट मंत्री जोशी ने हर बार की तरह आपदा के इस संकट में सबसे पहले प्रभावितों के बीच पहुंचकर उनका हालचाल जाना और प्रशासन के जरिये मदद को हाथ बढ़ाए।
मुख्यमंत्री धामी ने एक बार फिर आपात संकट में सचिवालय या आवास पर बैठकर हालात की मॉनिटरिंग करने की बजाय लोगों के बीच जाना जरूरी समझा। सीएम धामी थानो, कुमाल्डा और आसपास के तमाम आपदा प्रभावित क्षेत्रों तक ग्राउंड जीरो पर उतरे और घायलों को एयरलिफ़्ट कराने के लिए हैलिकॉप्टर लगा दिया। जबकि खुद धामी जेसीबी पर सवार होकर प्रभावितों का हालचाल जानने और नुकसान का जायज़ा लेने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में गए।
प्रभावित क्षेत्रों से लौटते सीएम धामी मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराए गए घायलों का हालचाल जानने पहुँचे। इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी साथ रहे। मैक्स हॉस्पिटल से निकलकर मुख्यमंत्री धामी आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम पहुँचे और अफसरों से स्थिति की रिपोर्ट ली। जबकि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी आपदा प्रभावितों के लिए कपड़े, बिस्तर, कंबल, राशन आदि राहत सामग्री लेकर सरखेत के ग्रामीणों तक पहुँचे।